स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में सुरक्षा गार्डों की गुंडागर्दी चरम पर है। मरीजों के साथ लगातार सुरक्षा गार्ड लगातार बुरा बर्ताव करते हैं। इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब शनिवार को केजीएमयू में गर्भवती पत्नी का इलाज कराने गए हाईकोर्ट के अधिवक्ता को तब पीटा गया जब उसकी बाइक की खड़ी करने को लेकर विवाद हो गया था, आलम तो यह रहा कि सुरक्षा गाडों गर्भवती पत्नी के सामने उसके पति को जमकर पिटाई कर डाली।
पूरा मामला तब का बताया केजीएमयू के डेंटल का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक डालीगंज निवासी अधिवक्ता मुकेश शुक्ला गर्भवती पत्नी के साथ दंत संकाय गए थे और फिर वह दवा लेने के लिए अंदर गए। इस दौरान उन्होंने अपनी बाइक बाहर खड़ी थी। इसको लेकर गर्भवती पत्नी से सुरक्षा गॉर्डों ने जमकर
बहस की और कहा कि फौरन बाइक हटाने के लिए कहा।
पत्नी ने कहा पति दवा लेकर अंदर से आ रहे हैं लेकिन गार्ड ने बाइक में क्लिप लगाकर रोक दी। इसके बाद अंदर से वापस लौटे पति ने गॉर्ड से क्लिप हटाने को कहा लेकिन वह माना नही और गार्ड और ठेकेदारों ने उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इस दौरान उसकी मासूम बेटी भी थी।
इसके बाद किसी तरह से मुकेश ने सौ रुपये की रसीद जुर्माने के तौर भी कटायी लेकिन तब भी व्हील क्लिप को नहीं हटाया गया। इस दौरान इस घटना शिकायत केजीएमयू में किया गया लेकिन इसपर कोई एक्शन नहीं लिया गया। दो घंटे के बाद किसी तरह से एक महिला स्टाफ के कहने व्हील क्लिप को हटायी गई। कुल मिलाकर एक बार फिर सुरक्षा गार्डों की गुंडागर्दी लगातार दिख रही है लेकिन केजीएमयू प्रशासन इसपर कुछ भी एक्शन नहीं लेता है।