जुबिली न्यूज़ डेस्क
भारत और चीन सीमा पर बढ़ रहे तनाव के बीच देश में कई राज्य चीनी उत्पादों के खिलाफ बिगुल फूंक चुके हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र के बाद अब उत्तर प्रदेश ने चीनी उत्पादों को इस्तेमाल करने पर रोक लगानी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग ने चीनी बिजली मीटर और अन्य उपकरण के इस्तेमाल पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के लिए मुहैया कराए गए स्मार्ट मीटर इंडोनेशिया की एक कंपनी से खरीदे गए थे । इस मीटर की सप्लाई करने वाली इंडोनेशिया की कंपनी मूलत चीन की बताई जा रही है। मामले की शिकायत बिजली उपभोक्ता परिषद ने की थी।
इस मामलें में उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने ईईएसएल द्वारा राज्य में भेजे गए आठ हजार स्मार्ट मीटर के चीन निर्मित होने का दावा किया था साथ ही इसे उपभोक्ताओं के घर नहीं लगाने की मांग की थी। इसके बाद परिषद ने ऊर्जा मंत्री को प्रत्यावेदन दिया था
ये भी पढ़े : Corona Update : 24 घंटे में सामने आये करीब 15 हजार नए मामलें
ये भी पढ़े : मारूति सुजुकी के 17 कोरोना पॉजीटिव कर्मचारी लापता
ये भी पढ़े : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पुरी में रथ यात्रा शुरू
उर्जा मंत्री को दिए गये प्रत्यावेदन में बताया था कि मूलत चीन की कंपनी हेक्सिंग इलेक्ट्रिकल कंपनी लिमिटेड ने ही इंडोनेशिया में मुखौटा कंपनी खोलकर पीटी हेक्सिंग के नाम से मीटर का आर्डर लिया है। परिषद की शिकायत पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इसकी जांच कराने के निर्देश दिए थे।
वही, इस मामलें में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के निदेशक कॉमर्शियल एके श्रीवास्तव का कहना है कि जो आठ हजार मीटर आए हैं, उसमें से एक भी मीटर कहीं लगाए नहीं गए हैं। ईईएसएल इस बात की जांच कर रहा है कि मीटर कंपनी चीन की है या नहीं। जांच को देखते हुए फिलहाल इस मीटर को लगाने पर रोक लगा दी गई है।