जुबिली न्यूज़ डेस्क
अजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरधारी सोमवार सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। बताया जा रहा है कि गिरधारी पुलिस अधिकारी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश कर रहा है, जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी और गिरधारी मारा गया।
दरअसल गिरधारी छह दिन की पुलिस रिमांड पर था उनकी रिमांड का आज आखिरी दिन था। इस बीच पुलिस अजीत सिंह हत्याकांड में प्रयुक्त असलहा बरामदी के लिए सहारा हॉस्पिटल के पीछे खरगापुर क्रासिंग के पास लेकर गई थी।
खबर है कि जैसे ही पुलिस की गाड़ी रुकते ही लोग उतरे ही थे और उप निरीक्षक अख्तर उस्मानी अपने तरफ से गिरधारी को उतार रहे थे कि, तभी उसने इंस्पेक्टर उस्मानी पर हमला कर उनकी पिस्टल छीनकर भागने लगा।
वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल सिंह ने उसका पीछा किया। पीछा करने के दौरान गिरधारी ने उनपर फायर कर दी और झाड़ियों में भाग गया। इसकी सूचना ब्रैवो कंट्रोल रूम व 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस उपायुक्त पूर्वी वहां आये।
इसके बाद पुलिस वालों ने उसका पीछा किया और चारों तरफ से झाड़ियों को घेर लिया। पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण की चेतावनी दी लेकिन वो नहीं माना। और लगातार फायर करता रहा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी उसपर फायर किया और वो लहूलुहान होकर गिर गया। उसे सरकारी गाड़ी से राम मनोहर लोहिया इमरजेंसी में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान ही गिरधारी की मृत्यु हो गई।
बता दें कि गिरधारी की रिमांड आज ख़त्म होने वाली थी। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही थी। इस दौरान उसने वारदात में प्रयुक्त मोबाइल अंकुर के किराए के फ्लैट से पुलिस को बरामद कराए। साथ ही उसके मोबाइल में फरार शूटरों के मोबाइल नंबर भी मिले हैं। हालांकि पुलिस ने मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
गौरतलब है कि बीती 6 जनवरी को कठौता चौराहे छह शूटरों ने मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इस मामले में आजमगढ़ के कुंटू सिंह व अखंड सिंह के अलावा गिरधारी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद बीती 11 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने गिरधारी को गिरफ्तार किया था। उस समय उसके पास से अवैध असलहा बरामद हुआ था।
हत्या के बाद पुलिस ने सबसे पहले उनको दबोचा जिसने इस हत्याकांड में उसकी मदद की थी। इसके बाद पुलिस ने शूटर संदीप सिंह बाबा को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया। वहीं कुंटू सिंह व अखंड सिंह को रिमांड पर लेने के बाद कई राज सामने आए।
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इसके बाद पुलिस ने 16 फरवरी तक की रिमांड सीजेएम कोर्ट से ली है। रिमांड के दूसरे दिन रविवार को उससे पूछताछ हुई जिसमें उससे शूटरों के संबंध में कई सवाल पूछे गये।