जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले कुछ महीनों से चर्चा में चल रहे मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब उनके खिलाफ राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दो लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं।
परमबीर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार और जबरन वसूली के लिए चल रही जांच का यह नतीजा है। अब वह देश के किसी भी हवाई अड्डे से भारत छोड़कर भी नहीं जा सकते हैं।
मालूम हो कि कुछ दिनों पहले ही डेवलपर श्याम सुंदर अग्रवाल से 15 करोड़ रुपये की जबरन वसूली करने के लिए मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसी के बाद से एक लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
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दूसरा लुकआउट नोटिस एसीबी की शुरुआती जांच पर आधारित है, जब पुलिस निरीक्षक अनूप डांगे ने आरोप लगाया था कि पूर्व पुलिस आयुक्त के कहने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
बताया गया था कि डांगे एक पब विवाद में शामिल कुछ लोगों का पक्ष लेने में नाकामयाब साबित हुए थे, इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
एसीबी ने परमबीर सिंह के दोस्त जीतू नवलानी के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया है, जिसे अनूप डांगे द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से बाहर करना चाहता था।
अनूप डांगे ने यह भी आरोप लगाया था कि पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बाद में डांगे का निलंबन रद्द करने के लिए दो करोड़ रुपये की मांग की थी। पब विवाद मामले में नवलानी समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
वहीं इस मामले में एनसीपी के एक कैबिनेट मंत्री ने कहा, “मुंबई पुलिस और एसीबी ने परम बीर सिंह के खिलाफ दो अलग-अलग एलओसी जारी किए हैं।”
वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह एक जांच एजेंसी द्वारा की जाने वाली एक नियमित प्रक्रिया है। अधिकारी ने कहा कि अगर उन्हें संदेह है कि एक आरोपी के फरार होने या देश छोडऩे की संभावना है, तो एलओसी जारी किया जाता है।
परमबीर सिंह इस साल मार्च में डीजी होमगार्ड के पद पर ट्रांसफर होने के बाद छुट्टी पर चले गए हैं। सिंह ने कहा है कि उनकी सर्जरी होनी है।
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