न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमाम न्यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल आ चुके है। इनकी मानी जाए तो देश के मतदाताओं ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और नरेंद्र मोदी पर भरोशा जताया है।
मीडिया में आए एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को नुकसान का अनुमान बताया जा रहा है। टीवी चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) गठबंधन बीजेपी की सीटों में गहरी सेंधमारी की है।
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हालांकि, उत्तर प्रदेश को लेकर जो एग्जिट पोल सामने आए हैं, उनमें बहुत अंतर नजर आ रहा है। ऐसे में असली तस्वीर तो 23 मई को नतीजे आने के बाद ही सामने आ पाएगी।
ABP Exit Poll के मुताबिक, यूपी में बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है। यहां गठबंधन को 56 सीटें मिलती दिख रहीं हैं। वहीं बीजेपी 22 सीटों पर सिमटती दिख रही है। कांग्रेस को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
न्यूज 24- टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से BJP को 65 (+/- 8), SP+BSP+RLD को 13 (+/- 6) और कांग्रेस को 2 (+/- 2) सीटें मिलने का अनुमान है।
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से BJP+ को 62 से 68 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, महागठबंधन को 10 से 16 सीटें मिलती दिख रही हैं।
टाइम्स नाउ-वीएमआर एग्जिट पोल में बीजेपी+ को 58 सीटें मिलती दिख रहीं हैं, वहीं गठबंधन के खाते में 20 सीटें आ सकती हैं। इसके अलावा कांग्रेस+ के हिस्से दो सीटें आ सकती हैं।
सी वोटर के सर्वे में उत्तर प्रदेश में गठबंधन को उत्तर प्रदेश में 40 सीटें मिलने का अनुमान है। बीजेपी 38 सीटों पर सिमटती दिख रही है।
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गठबंधन ने दी कड़ी टक्कर
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं। ऐसे में केंद्र की सियासत में यूपी बड़ी अहमियत रखता है। सभी दलों को पता है कि केंद्र की कुर्सी का रास्ता यूपी की राजनीतिक गलियों से होकर ही गुजरता है।
2014 के लोकसभा चुनावों में यूपी की 80 सीटों में से बीजेपी ने 71 सीटों पर जीत दर्ज कराई थी। इस चुनाव में भी बीजेपी के सामने अपना प्रदर्शन दोहराने की चुनौती थी। लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले सपा-बसपा ने अप्रत्याशित गठबंधन कर सबको चौंका दिया था।
कांग्रेस ने भी मजबूत दावेदारी की कोशिश की
गठबंधन ने रायबरेली और अमेठी की दो सीटों को छोड़कर सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और बीजेपी को कड़ी टक्कर दी। सपा-बसपा गठबंधन में जगह ना पाने वाली कांग्रेस ने भी इस बार यूपी में मजबूत दावेदारी की कोशिश की।
जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम भले ही कुछ भी आए, लेकिन अगर गठबंधन की सीटें बढ़ती हैं और बीजेपी यूपी में अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाती है तो ये यूपी ही नहीं पूरे देश में एक तरह से नहीं राजनीति की शुरूआत होगी। साथ ही यूपी देश की सियासत को नई दिशा देने का काम करेगी।