न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने तगड़ा झटका दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बांसगांव लोकसभा क्षेत्र से गठबंधन के प्रत्याशी सदल बदल प्रसाद को समर्थन देने की घोषण की है।
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव संतोष पांडेय और विधायक रामानंद बौद्ध ने बताया कि सुभासपा के प्रत्याशी का पर्चा रद्द होने के बाद पार्टी ने निर्णय लिया है कि हम गठबंधन से बसपा प्रत्याशी का साथ देंगे।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ जिन मुद्दों पर गठबंधन हुआ था। योगी सरकार ने उन बातों पर ध्यान नहीं दिया। अब बीजेपी को हारान हमारा मकसद है।
वहीं, बसपा प्रत्याशी बृजेश कुमार ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रत्याशियों का पर्चा खारिज किया गया है जो लोकतंत्र हत्या है।
गौरतलब है कि बीजेपी और ओमप्रकाश राजभर के रिश्तों के बीच खाई बढ़ती जा रहा है। इसके नुकसान सुभासपा को तो होगा ही साथ ही साथ पूर्वांचल में बीजेपी को गंभीर नुकसान हो सकता है।
इससे पहले बीजेपी से अलग होकर इस बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे ओमप्रकाश ने कहा कि ‘मैंने 13 अप्रैल की रात को राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। मैंने उनसे कहा कि मैं अपनी पार्टी के सिंबल से चुनाव मैदान में उतरूंगा और हम केवल एक लोकसभा सीट से लड़ेंगे। लेकिन वे इसके लिए लिए सहमत नहीं थे। उन्होंने हमारा इस्तीफा नहीं स्वीकार किया।’
बता दें कि बीजेपी नेतृत्व के साथ ओमप्रकाश राजभर की अनबन पिछले साल ही चल रही थी। पिछले दिनों राजभर ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था, ‘चुनाव से पहले फरवरी में शाह ने मुझसे कहा कि अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय कर दो वरना तुम्हें बर्बाद कर दूंगा।’
ओमप्रकाश राजभर का दावा है कि उन्होंने 30 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे है। इन सभी 30 सीटों पर से सिर्फ 3 पर बीजेपी के उम्मीदवार जीतेंगे, बाकी से उनका सूपड़ा साफ हो जाएगा।