पॉलिटिकल डेस्क
देवरिया पूर्वांचल का एक जिला है। ब्रह्मऋ षि देवरहा बाबा, बाबा राघवदास और आचार्य नरेन्द्र दत्त की कर्मभूमि देवरिया अपने मंदिरों, मूर्तियों, मठों, बौद्ध स्तूपों और पुराने सिक्कों के लिए जाना जाता है। देवरिया के रूद्रपुर के प्राचीन शिवलिंग की महत्ता का जिक्र बाबा दुग्धेश्वर के नाम से पौराणिक ग्रंथों में है।
यहां कई दर्शनीय स्थल है जिनमे गायत्री मंदिर, हनुमान मंदिर, सोमनाथ मंदिर, देवहरिया मंदिर मझौली राज का किला प्रमुख है। सैंकड़ों मंदिरों और धार्मिक स्थलों के कारण ही यह क्षेत्र देवरिया यानि ‘देवताओं का एरिया’ भी कहलाता है।
आबादी/ शिक्षा
देवरिया लोकसभा में उत्तर प्रदेश विधानसभा की पांच सीटें आती है जिसमें देवरिया, फाजिल नगर, पथरदेवा, तमकुुही राज, राम कारखाना शामिल है। 2,535 वर्ग किलोमीटर में फैला देवरिया जिला 16 मार्च 1946 को गोरखपुर से अलग होकर अस्तित्व में आया। 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की आबादी 31 लाख है जिनमें पुरुषों की संख्या 15.37 लाख और महिलाओं की संख्या 15.63 लाख है।
उत्तर प्रदेश के लिंगानुपात 912 के मुकाबले देवरिया में प्रति 1000 पुरुषों पर 1017 महिलायें हैं। यहां की साक्षरता दर 60.47 प्रतिशत है जिसमें ंपुरुषों की साक्षरता दर 70.2 प्रतिशत और महिलाओं की साक्षरता दर 50.91 प्रतिशत है। यहां मतदाताओं की कुल संख्या 1,806,926 है जिनमें महिला मतदाता की संख्या 809,319 और पुरुष मतदाता की संख्या 997,314 है।
राजनीतिक घटनाक्रम
1952 में जब यहां चुनाव हुए तब यह सीट देवरिया दक्षिण और देवरिया पूर्व के नाम से जानी जाती थी। इस वर्ष हुए आम चुनावों में सरजू प्रसाद मिश्र (देवरिया दक्षिण से) और राम जी वर्मा (देवरिया पूर्व से) ने जीत दर्ज की । 1957 में हुए आम चुनावों में रामजी वर्मा प्रजा
सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। 1957 से 1971 तक कांग्रेस के विश्वनाथ राय ने यहां लगातार तीन बार जीत हासिल की। 1977 में जनता दल के देवता मणि त्रिपाठी ने कांग्रेस की लगातार चौथी जीत पाने के सपनों पर पानी फेर दिया।
1980 में देवता मणि त्रिपाठी निर्दलीय जीतकर देवरिया के प्रतिनिधि के रूप में लोकसभा पहुंचे। राज मंगल पाण्डेय ने 1984 में कांग्रेस और 1989 में जनता दल के टिकट पर जीत पाई। 1991 में जनता दल ने एक बार फिर से इस सीट पर कब्जा किया।
1996 में प्रकाश मणि त्रिपाठी ने भारतीय जनता पार्टी को देवरिया में पहली बार जीत दिलवाई। 1998 में सपा के मोहन सिंह और 1999 में भाजपा के प्रकाश मणि त्रिपाठी ने लोकसभा में देवरिया का प्रतिनिधित्व किया। 2009 में बहुजन समाज पार्टी ने यहां अपनी जीत का खाता खोला। वर्तमान में यहां से भाजपा के कलराज मिश्र सांसद है।