जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव अब बेहद कम दिन रह गया है। बीजेपी लगातर एक्टिव है तो दूसरी तरफ विपक्ष भी एक हो गया है लेकिन विपक्षी एकता काफी कमजोर नजर आ रही है क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर टकराव देखने को मिल रहा है।
दरसअल कांग्रेस को लेकर विपक्षी दलों में एक राय नहीं बन पा रही है। बंगाल में ममता ने साफ कर दिया है कि वो अकेले भी चुनाव लड़ सकती है जबकि अखिलेश यादव और केजरीवाल के साथ-साथ महाराष्ट में सीट शेयरिंग पर तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है।
अब तृणमूल कांग्रेस कांग्रेस के बाद CPI(M) पर जमकर निशाना साधा है और इस पार्टी को टेररिस्ट पार्टी बता डाला है। बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी आने वाले लोकसभा चुनाव में राज्य में “आतंकवादी पार्टी सीपीआई (एम)” के साथ कोई कंपटीशन नहीं करेगी लेकिन इस मौके पर कांग्रेस पर कुछ नहीं कहा। हालांकि बनर्जी मंगलवार को कांग्रेस पर ज्यादा नहींबोल रही है और चुप्पी साध राखी है लेकिन पश्चिम बंगाल के महासचिव कुणाल घोष ने अक्सर बगैर नाम लिए कांग्रेस पर हमला बोला है। कांग्रेस के अधिक सीटें मांगने पर उन्होंन तंज कसते हुए कहा “कभी-कभी, चाय की दुकानों के सामने बच्चे 10 या 20 बिस्कुट मांगते हैं, वे यह नहीं जानते कि वे केवल तीन या चार ही खा सकते हैं।”
ममता मंगलवाल को दक्षिण 24 परगना के जयनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित हुए कहा कि वह बीजेपी और लेफ्ट के खिलाफ लड़ेंगी।
उन्होंने आगे कहा “आतंकवादी पार्टी सीपीआई (एम) भाजपा की मदद कर रही है। 34 साल तक इसने लोगों के दिमाग से खेला है और मुझे इससे कोई मतलब नहीं है। आज वे कैमरे के सामने बैठकर बातें करते हैं।
उन्होंने 34 साल तक सत्ता में रहकर क्या किया? लोगों को कितना भत्ता मिला? उनके शासन काल में लोगों को कुछ नहीं मिला।”
बता दें कि सीट शेयररिंग को लेकर ममता बनर्जी और कांग्रेस के बीच में घमासान देखने को मिल रहा है। कांग्रेस ज्यादा सीट चाहती लेकिन ममता ने साफ संकेत दिया है वो ज्यादा सीट कांग्रेस को नहीं दे सकती है। उधर कांग्रेस के बड़े नेता इस मामले पर बात कर रहे हैं और उम्मीद है कि कोई हल जरूर निकल जायेगा।