जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव चल रहा है और चार चरण हो चुके हैं। वहीं लोकसभा चुनाव के तीन चरण और बचे हुए है। बचे हुए तीन चरण के बाद नई सरकार का गठन भी हो जाएगा।
पीएम मोदी लगतार दो बार पीएम रह चुके हैं और इसी बार भी पीएम बनने का सपना देख रहे हैं बीजेपी को लगता है कि वह निश्चित तौर पर तीसरी बार सत्ता में लौट रही है।
बीजेपी को भरोसा की जनता उसके साथ है और इस बार 400 प्लस सीट ले कर आ रही और वह लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटेगी।
कुछ सर्वे बीजेपी के लिए मुश्किल जरूर पैदा कर रहे हैं। उनके मुताबिक बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलना मुश्किल लग रहा है इसके बावजूद भाजपा को पूरा भरोसा है कि वो सत्ता में लौट रही है।
दूसरी तरफ बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक बयान इस वक्त काफी सुर्खियों में है। उनका ये बयान इशारा कर रहा है कि बीजेपी अब एक बड़ी पार्टी के तौर पर राजनीतिक पटल पर उभरी है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अंग्रेजी अखबार को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय और मौजूदा समय में काफी कुछ बदल चुका है।
इसी कड़ी में आरएसएस की उपस्थिति भी बदल गई है. पहले हम इतनी बड़ी पार्टी नहीं थे और अक्षम थे। हमें आरएसएस की जरूरत पड़ती थी, लेकिन आज हम काफी आगे बढ़ चुके हैं और अकेले दम पर आगे बढ़ने में सक्षम हैं। वो वैचारिक रूप से अपना काम करते हैं और हम अपना।
जब उनसे पूछा गया कि क्या भाजपा को अब आरएसएस के समर्थन की जरूरत नहीं है।
इस पर नड्डा ने कहा, “देखिए, पार्टी बड़ी हो गई है और सभी को अपने-अपने कर्तव्य के साथ भूमिकाएं मिल चुकी हैं।
आरएसएस एक सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन है और हम एक राजनीतिक संगठन हैं. यह जरूरत का सवाल नहीं है। यह एक वैचारिक मोर्चा है।. वो वैचारिक रूप से अपना काम करते हैं और हम अपना। हम अपने मामलों को अपने तरीके से मैनेज कर रहे हैं और राजनीतिक दलों को यही करना चाहिए
कुल मिलाकर उनके इस बयान से पता चल रहा है कि बीजेपी एक बड़ी पार्टी है और अब उसे आरएसएस की जरूरत नहीं है।