पॉलिटिकल डेस्क
अपनी आकर्षक कालीनों के लिए पूरे विश्व में मशहूर भदोही उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से एक है। भदोही जिले का प्रशासनिक मुख्यालय ज्ञानपुर शहर है। भदोही हस्तकला के क्षेत्र में एक अलग ही मुकाम रखता है। अपनी गांठों के कारण दुनियाभर में मशहूर पर्शियन कारपेट सबसे पहलेे भदोही में ही बनाई गई थी।
1960 के आसपास कांतिलाल नाम के बुनकर ने पर्शियन कारपेट बनाना शुरू किया था। मिर्जापुर -भदोही के इलाके में करीब 32 लाख लोग बुनाई के काम से जुड़े हुए है। भदोही को लोग कारपेट सिटी के रूप में भी जानते है।
कालीन के अलावा भदोही अपनी टोकरी और बनारसी साडिय़ों की वजह से भी जाना जाता है। साल 2010 में इस क्षेत्र को भौगौलिक उपदर्शन यानि जियोग्रोफिकल टैग दिया गया था जो इस क्षेत्र को विशिष्ट पहचान देता है।
आबादी शिक्षा
भदोही संसदीय सीट में यूपी विधानसभा की पांच सीटें आती है, जिसमें प्रतापपुर, ज्ञानपुर, हंडिया, औराई, और भदोही शामिल है। 10,56 वर्ग किलोमीटर में फैला यह क्षेत्र यूपी के सबसे छोटे जिलों में से एक है। इनमें से औराई की विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
2011 की जनगणना के मुताबिक भदोही की आबादी 15,78,213 लाख है जिनमें पुरुषों की संख्या 8,07,099 लाख और महिलाओं की संख्या 7,71,114 लाख है। यहां 22.3 प्रतिशत लोग अनुसूचित जाति और 0.12 प्रतिशत लोग अनुसूचित जनजाति से आते है। यूपी के लिंगानुपात 912 के मुकाबले यहां प्रति 1000 पुरुषों पर 955 महिलायें है।
भदोही मुख्य रूप से हिन्दू बहुल इलाका है। यहां 86.7 प्रतिशत लोग हिन्दू जबकि 12.92 प्रतिशत लोग मुस्लिम धर्म से ताल्लुक रखते हैं। यहां मतदाताओं की कुल संख्या 1,834,598 है जिनमें पुरुष मतदाता 1,016,000 और महिला मतदाताओं की संख्या 818,442 है।
राजनीतिक घटनाक्रम
यह लोकसभा सीट 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। अस्तित्व में आने के बाद से यह सामान्य श्रेणी में आती है। यहां पहली बार 2009 में चुनाव हुए जिसमें बहुजन समाज पार्टी के गोरखनाथ पाण्डेय जीतकर यहां के पहले सांसद बने। वर्तमान में यहां से भारतीय जनता पार्टी के वीरेन्द्र सिंह सांसद है।