जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। यूपी में दो लोकसभा सीटों आजमगढ़ और रामपुर के उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि साल 2019 में आजमगढ़ और रामपुर दोनों सीटों पर सपा ने विजय हासिल की थी।
अखिलेश यादव आजमगढ़ जीता था जबकि मोहम्मद आजम खान ने रामपुर में जीत का परचम लहराया था। हालांकि विधान सभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद दोनों नेताओं ने अपनी संसदीय सीटों से इस्तीफा दे दिया है।
ऐसे में एक बार फिर सपा की नजरे इन दोनों सीटों पर लगी है लेकिन बीजेपी और बसपा दोनों उसका खेल बिगाडऩे में लग गई है। बसपा ने मुस्लिम-दलित को देखते हुए आजमगढ़ से शाह आलम उर्फ गुड्ड जमाली को टिकट दिया है।
जमाली एक मुस्लिम चेहरा है और इस निर्वाचन क्षेत्र में उनकी जीत के आसार है। ऐसे में सपा के लिए मुश्किल हो सकती है। वहीं बीजेपी ने एक बार फिर आजमगढ़ से लोकप्रिय भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ टिकट देकर सपा को एक बार फिर बड़ा झटका देने की कोशिश की है।
इतना ही नहीं भोजपुरी के दो अन्य सितारे सांसद मनोज तिवारी और रवि किशन भी निरहुआ के लिए प्रचार करेंगे। निरहुआ और गुड्डू जमाली मैदान में होने से सपा अब तय नहीं कर पा रही है कि वो वहां से किसको टिकट दे।
इतना ही नहीं डिंपल यादव अपने पति अखिलेश यादव की सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगी। रामपुर से बीजेपी ने मोहम्मद आजम खान के पूर्व अनुचर घनश्याम लोधी को मैदान में उतारकर सपा को टेंशन दे दी है।
हालांकि बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही रामपुर से अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। मोहम्मद आजम खान की पत्नी तंज़ीन फातिमा चुनावी मैदान में नहीं उतरने का मन बना लिया है।