जुबिली न्यूज डेस्क
राजधानी में एक बार ईडी ने अपनी दबिश डाली है. रांची के सेल सिटी सहित आधा दर्जन स्थानों पर एक साथ ईडी ने अपनी कार्रवाई शुरू की है. जानकारी के अनुसार जिन लोगों के यहां ईडी की रेड की जा रही है, उनमें कुछ राजनेता और अधिकारी शामिल हैं. हालांकि ईडी की रेड किस मामले में चल रही है फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की टीमें रांची में कई जगहों पर छापेमारी कर रही हैं. इस दौरान करोड़ों रुपये कैश बरामद किए जाने की चर्चा है. नोटों की गड्डियों के ढेर का एक वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि यह पैसा छापेमारी के दौरान बरामद किया गया है. चर्चा है कि यह रकम झारखंड सरकार के एक मंत्री के निजी सहायक के घरेलू नौकर के घर से बरामद की गई है.
नोटों की गिनती करायी जा रही है. समाचार एजेंसी एएनआई ने दावा किया है कि उनके सोर्स ने इस वीडियो की पुष्टि की है. ईडी अधिकारियों ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है और न कोई विज्ञप्ति जारी की है. यह छापेमारी सोमवार की सुबह से चल रही है.आधिकारिक तौर पर यह भी नहीं पता है कि ईडी की कुल कितनी टीमें छापेमारी में शामिल हैं और इनका नेतृत्व कौन लोग कर रहे हैं.
ईडी के रांची दफ़्तर में तैनात एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि यह कार्रवाई ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित और पिछले एक साल से जेल में बंद मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में की जा रही है.ईडी ने उन्हें फरवरी 2023 में गिरफ़्तार किया था. तब उनके ठिकानों से भी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया गया था.
विपक्ष ने इस बरामदगी पर सत्तारूढ़ दलों को निशाने पर लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि यह भ्रष्टाचार का जीवंत नमूना है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया है, “झारखंड सरकार के कांग्रेसी मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के यहां से ईडी ने लगभग 25 करोड़ रुपये बरामद किए हैं. दो दिन पहले प्रधानमंत्री जी जेएमएम-कांग्रेस के जिस ‘लूट मॉडल’ की बात कर रहे थे, उसे इन रुपयों ने सत्यापित कर दिया है.”