न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर जनता कर्फ़्यू को गंभीरता से लेने पर देश के लोगों की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि आज देशवासियों ने बता दिया कि हम सक्षम हैं, निर्णय कर लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एक होकर हरा सकते हैं।
मोदी ने एक दिन के लिए जनता कर्फ़्यू की घोषणा की थी, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने रविवार शाम देश के 22 राज्यों के 75 जिलों में 31 मार्च तक के लॉकडाउन की घोषणा की है।
जिन जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए हैं, उन्हीं जिलों में लॉकडाउन किया गया है।
देश में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब तक सात लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गई है तो वहीं करीब 350 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। देश के 22 राज्यों में कोरोना ने पांव पसार दिया है। इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने 31 मार्च तक पैसेंजर ट्रेनों के आवाजाही पर रोक लगा दिया है। बस सेवा भी रोक दी गई है। इतना ही नहीं राजस्थान, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में लॉकडाउन कर दिया गया है।
क्या होता है लॉकडाउन?
लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था है जिसके तहत निजी प्रतिष्ठानों, निजी कार्यालयों एवं सार्वजनिक परिवहन को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाता है। मतलब लोगों के पास अपने घरों से निकलने के लिए कोई खास वजह नहीं बचती।
केंद्रीय मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में रविवार का बताया गया कि ‘लॉकडाउन से लोगों को थोड़ी असुविधा ज़रूर होगी, लेकिन इसके पीछे जो नीयत है, उसे समझने की जरूरत है, यह सब अस्थाई है और महामारी से बचने के लिए इस तरीके को पूरी दुनिया अपना रही है।’
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क्या रहेगा बंद
लॉकडाउन के दौरान सभी दुकानें, बड़े स्टोर, फैक्ट्रियां, वर्कशॉप, दफ्तर, गोदाम और साप्ताहिक बाजार बंद रहेंगे। इसके अलावा
सार्वजनिक परिवहन बंद रहेगा, पर कुछ राज्यों ने कहा है कि 25 प्रतिशत सरकारी बसें चलेंगी।
अगर किसी जिले की सीमा दूसरे राज्य से मिलती है, तो उसे सील किया जाएगा। मतलब बॉर्डर सील होंगे। एक राज्य से दूसरे राज्य को जोडऩे वाली बस और रेल सेवाएं रद्द कर दी जाएंगी। कंस्ट्रक्शन का काम रोक दिया जाएगा। इतना ही नहीं सभी धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम रद्द कर दिये जाएंगे। लोगों से अपील होगी कि वे घरों में ही रहें।
ये सारी कवायद लोगों को एक-दूसरे के संपर्क में आने से रोकने के लिए ही की जा रही है।
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क्या-क्या खुला रहेगा
भारत सरकार के अनुसार लॉकडाउन के दौरान पुलिस थाने, अस्पताल, अग्नि शमन विभाग, जेल, महत्वपूर्ण सरकारी दफ्तर, खाद्यान एवं किराने की सरकारी दुकानें खुली रहेंगी।
लॉकडाउन के दौरान जीवन के लिए आवश्यक चीजें लेने की अनुमति होती है इसलिए कुछ सुविधाओं को इसकी परिधि से बाहर रखा जाता है। जैसे-बिजली-पानी, इंटरनेट, बैंकिंग एवं एटीएम की सुविधा जारी रहेगी। पोस्ट ऑफिस खुले रहेंगे। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को काम करने दिया जाएगा।
पेट्रोल पंप और सीएनजी या एलपीजी पंप खुले रहेंगे। दवाओं की दुकानें खुली रहेंगी। डेयरी एवं डेयरी से संबंधित प्रतिष्ठान खुले रहेंगे।
किराना स्टोर से खाने-पीने का सामान ले सकेंगे। अधिकांश राज्य सरकारों आदेश दिया है कि जीवन के लिए जरूरी सामानों को अपने निकटतम स्थानों से खरीदे। साथ में यह भी कहा गया है कि इन आदेशों की अवमानना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होगी।
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और किन देशों में हैं लॉकडाउन?
भारत के अलावा जिन देशों में कोरोना की वजह से लॉकडाउन है उनमें चीन, डेनमार्क, अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैंड और स्पेन शामिल हैं।
चूंकि चीन में ही सबसे पहले कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला सामने आया था, इसलिए सबसे पहले वहाँ लॉकडाउन किया गया।
वर्तमान में सबसे गंभीर संकट का सामना इटली कर रहा है। इसलिए वहां के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में आंशिक लॉकडाउन किया है।
लेकिन लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिसके बाद शनिवार को संक्रमण से प्रभावित कुछ इलाकों में फौज को उतारना पड़ा।
उसके बाद स्पेन और फ्रांस ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यही कदम उठाया है।