न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। कोरोना वयरस से भले ही तमाम बिजनेस धराशायी हो गए हों, लेकिन सब्जियों का धंधा खूब चमक रहा है। लॉकडाउन के बीच सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। दो दिनों में सब्जियों की कीमतों में 30- 40 फीसदी तक का उछाल आ गया है।
सप्लाई कम होने से थोक मंडी में भी महंगाई की मार पड़ी है। सरकार लोगों को बार- बार आगाह कर रही है कि जब तक जरूरी ना हो घरों से बाहर ना निकलें, इसके बावजूद लोग सब्जियों को हफ्ते भर के लिए एक साथ खरीद लेना चाहते हैं।
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लॉकडाउन लागू होते ही गुरुवार को देश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी यानी दिल्ली की आजादपुर मंडी में इसका असर साफ दिखाई देने लगा। पहले जहां 3000 ट्रक फल और सब्जियां लेकर रोजाना आजादपुर मंडी आते थे। अब महज 1000 से 1500 ट्रक ही रोजाना आ रहे हैं यानी सप्लाई में 50 फीसदी की कमी आई है। इसी वजह से लॉकडाउन लागू होते ही सब्जियां भाव खाने लगी हैं।
यही नहीं बात यूपी की राजधानी लखनऊ की करे तो यहां भी हालात कमोबेश कुछ ऐसे ही है। भले ही जिला प्रशासन ने हर वस्तु के दाम तय कर दिए हो लेकिन उसका कोई असर मंडियों में नहीं देखने को मिला।
लॉकडाउन से पहले आलू 16 में था, जो अब 35 रूपए किलो बिक रहा है। प्याज पहले 25 और अब 40 रूपए किलो, टमाटर 40 रूपए किलो तक पहुंचा है। इसके अलावा गली- मोहल्ले में जाने वाले ठेले के दाम 10 रूपए किलो बढ़ाकर बेच रहे है।
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