न्यूज डेस्क
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश में लॉकडाउन लागू कर रखा है और लॉकडाउन का आज 12वां दिन है। चर्चा है कि कुछ दिन पहले दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से निकले जमातियों के वजह से भारत में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। जिस वजह से सरकार को एक तरफ जहां कोरोना वायरस की महामारी से लड़ना पड़ रहा है, तो दूसरी तरफ तबलीगी जमात की वजह से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण से भी लड़ना पड़ रहा है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने में तबलीगी जमात की एक बड़ी भूमिका नजर आई है, जिससे सामाजिक सौहार्द पर खतरा मंडराने लगा है। नेता से लेकर आम जनता तक सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों से भडकाऊ देने तक नहीं चूक रहे। सोशल मीडिया पर निजामुद्दीन मरकज में सोशल डिस्टेंसिंग ना दिखाने के बाद अब जिस तरह जमाती लोग डॉक्टरों और नर्सों के साथ तमाम अस्पतालों में बुरा बर्ताव कर रहे हैं, उससे एक बड़ी आबादी के अंदर गुस्सा भर गया है।
साथ ही जमातियों द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अभद्रता करने की खबरें वायरल हो रही हैं। इसके अलावा पुलिस कर्मियों पर भी कई जगह पत्थरबाजी और हमले की खबरों से भी समाज में गलत प्रभाव पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों और पोस्ट देखने के बाद पता चल रहा है कि तेजी से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और तबलीगी जमात के लोगों द्वारा डॉक्टरों-नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार ने सामाजिक सौहार्द को कमजोर किया है।
लेकिन इस बीच कई जगह से ऐसी भी तस्वीरें भी आ रही हैं, जिसे देख कर लगेगा कि समाज को तोड़ने वाले कम और जोड़ने वालों की संख्या ज्यादा है। यूपी के बंदायूं और मेरठ से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जहां मुस्लिम बस्तियों में जा रही पुलिस की गाड़ी पर फूल बरसाए जा रहे हैं।
दरअसल, पुलिस की सख्ती देखकर लोग तरह-तरह की बातें करते हैं। लेकिन बंदायूं अलापुर कस्बा में पुरानी टंकी स्थित मुस्लिम मोहल्ला में मुस्लिम समाज के लोगों ने मिशाल पेश की है। यहां शनिवार को पुलिस कर्मियों पर गश्त के दौरान बूथ अध्यक्ष शाबावउद्दीन व नजमुल के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के लोगों ने छतों से गुलाब के फूलों की वर्षा की है। साथ ही कहा कि इस महामारी में पुलिस कर्मी अपनी जान को खतरे में डालकर हम लोगों को सुरक्षा दे रहे हैं, उनके जज्बे को सलाम। हम सभी पुलिस के साथ हैं।
ऐसी ही तस्वीर मेरठ में भी देखने को मिली, यहां लिसाड़ी गेट के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में इन कोरोना योद्धाओं यानि पुलिस अफसरों पर फूलों की बारिश कर स्वागत किया। क्षेत्र निवासी खान मोहम्मद का कहना है कि जब लोग अपनी सुरक्षा के लिए घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं तो ऐसे समय में पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सुरक्षा के साथ ही उनकी मदद भी कर रही है।
#SSPMRT के काफिले एवं गश्त कर रही मेरठ पुलिस पर लोगो द्वारा की गयी फूलो की बरसात, छतों से फूल बरसाकर उत्साहवर्धन किया #UPPolice @dgpup @adgzonemeerut @igrangemeerut @HMOIndia @myogiadityanath @myogioffice@CMOfficeUP #IndiaFightsCorona #COVID19 #JeetegaBharatHaaregaCorona pic.twitter.com/WXnOGfbndr
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) April 4, 2020
उन्होंने कहा कि भूखों को खाना खिलाने के साथ ही गरीबों की आर्थिक सहायता करने का पुलिसकर्मियों का यह काम बेहद सराहनीय है।इसके चलते क्षेत्र के लोगों ने शनिवार को एसएसपी अजय साहनी, एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह समेत अन्य पुलिस अफसरों को क्षेत्र में बुलाया और उन पर फूलों की बारिश कर उनका स्वागत किया। इस दौरान लोगों ने पुलिस कर्मियों पर खूब फूल बरसाए। तिरंगा लहराकर उन्हें सैल्यूट किया गया। साथ ही, लोगों ने कहा कि पुलिस हमारी रक्षक है, सबको सम्मान करना सीखना चाहिए।
#WATCH Meerut: People shower flowers at police vehicles in the city as a mark of gratitude for police services during #CoronavirusPandemic. pic.twitter.com/7mee3fF77w
— ANI UP (@ANINewsUP) April 4, 2020
इन लोगों ने मुजफ्फरनगर, सहारनपुर सहित अन्य शहरों में पुलिस पर हो रहे हमलों पर आक्रोश जताया। वहीं एसएसपी अजय साहनी ने कहा कि लॉकडाउन में पुलिस अपनी ड्यूटी पूरी शिद्दत से कर रही है। लिसाड़ी गेट के लोग पुलिस का सम्मान करने के लिए आगे आए हैं। उनकी यह पहल अच्छी है, इससे हमारे जवानों का हौसला बढ़ेगा।