जुबिली न्यूज ब्यूरो
हंगामा है क्यों बरपा – दिल्ली के शराब सिंडिकेट की मौजूदा हालत को देखकर ग़ुलाम अली साहब की मशहूर ग़ज़ल की ये लाइन बरबस ही याद आ जाती हैं – देश के इतिहास में शायद ये पहली बार होगा , जब किसी नीति के आने से पहले , सिर्फ उसके प्रस्तवित मसौदे पर प्याले में तूफ़ान उठ खड़ा हुआ हो।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया ने कुछ दिन पहले एक प्रेस कांफ्रेंस कर दिल्ली की नयी आबकारी नीति पर मंत्री समूह की सिफारिशों को मीडिया के साथ साझा किया तो दिल्ली में फैले शराब के सिंडिकेट की मानो नींद उड़ गयी।
एक अनजाने संगठन जिसका नाम दिल्ली लिकर ट्रेडर्स एसोसिएशन है , उसने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल को एक चिट्ठी लिखकर मांग की है की दिल्ली सरकार द्वारा प्रस्तवित आबकारी निति के मसौदे की सीबीआई जांच होनी चाहिए – इस संस्था के अध्यक्ष नरेश गोयल ने उपराज्यपाल को लिखी चिट्ठी की प्रतियां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल , उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया , प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पी. के. मिश्रा और केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को भी भेजी हैं ।
हैरानी की बात ये है की एक और ये चिट्ठी कहती है की दिल्ली की आबकारी नीति बनाने का अधिकार दिल्ली सरकार या मंत्रियों के समूह को नहीं है और ये अधिकार सिर्फ दिल्ली के उपराज्यपाल का है – साथ ही साथ ये भी लिखा गया है की आबकारी नीति बनाने का काम दिल्ली के आबकारी आयुक्त का है।
कुल मिलाकर चिट्ठी से ये साफ़ नहीं होता है की दिल्ली लिकर ट्रेडर्स एसोसिएशन क्या कहना चाहता है और उसके मुताबिक नयी आबकारी निति बनाने की अधिकार किसे है – दिल्ली के उपराज्यपाल को या फिर दिल्ली के आबकारी आयुक्त को ? ये विरोधाभास वाकई समझ के परे है।
नरेश गोयल का आरोप है की दिल्ली सरकार ने उनके एसोसिएशन या शराब के ठेकों के मालिकों से नीति पर कोई राय नहीं ली जबकि जुबली पोस्ट के एक लाइव प्रोग्राम में नरेश गोयल खुद कबूल कर चुके हैं के उनकी राय भी ली जा चुकी है
22 फरवरी 2021 को जुबली टीवी पर एक लाइव डिबेट में नरेश गोयल ने कहा था – “मैं सरकार का आभार करना चाहता हूँ – जैसा की अमूमन दूसरे राज्यों में होता है की सरकार के मन में जो आता है थोप दिया जाता है कभी जनता या स्टैक होल्डर से नहीं पूछा जाता है – दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है – बहुत अच्छी सरकार है – उन्होने सबसे पुछा है इसका बेनिफिट दिल्लीवासियों, दिल्ली-सरकार को भी रहेगा सभी को रहेगा – और जो अपनी बात सरकार ने हमे कहने का मौका दिया है हम उनका तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हैं।
और अब नरेश गोयल जो 22 फरवरी को दिल्ली की आम आदमी सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे थे वो कह रहे हैं की सरकार हे उनकी बात तक नहीं सुनी – इस वीडियो को देखकर सच का अंदाजा आपको खुद हो जाएगा।