जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन के आने से एक तरफ देश के कई राज्यों में खुशी की लहर दौड़ गयी है तो दूसरी तरफ ठगों में आपको कंगाल बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। कोरोना वैक्सीन के पंजीकरण आदि के नाम पर लोगों को लिंक भेज कर ठगों ने लूटना शुरू कर दिया है।
आप भी सावधान रहना चाहते है तो आपने मोबाइल फोन पर कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण का पंजीकरण कराने को लेकर कोई लिंक आए तो सावधान रहे। क्योंकि लिंक पर क्लिक करते ही ठग आपके बैंक खाते को खाली कर सकते हैं। ऐसे ठगों से सावधान रहने के लिए साइबर सेल ने एक एडवाइजरी भी जारी की है।
ये भी पढ़े: नई डिजिटल भुगतान प्रणाली से पाकिस्तान को मिलेगा सही ‘रास्ता’
ये भी पढ़े: योगी सरकार के इस कदम से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार को मिलेगी राहत
भारत में जल्द ही कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू होने वाला है। इसको लेकर कई जगहों पर वैक्सीन की खेप भी पहुंच चुकी है। इस बीच साइबर अपराधी भी सक्रिय हो गए हैं। साइबर ठग लोगों के मोबाइल पर लिंक भेजकर या रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी कर रहे हैं।
ये भी पढ़े: बीजेपी विधायक ने बिहार सरकार से योगी माडल अपनाने को कहा
ये भी पढ़े: …तो फिर सायना को नहीं था कोरोना
ऐसे लोगों को ठगी से बचाने के लिए साइबर सेल ने एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि ऐसे लिंक पर क्लिक करने से बचें जो कोविड-19 टीके बेचने, मुफ्त चिकित्सा आपूर्ति या कोरोना वायरस से लिए अवैज्ञानिक और असत्यापित इलाज की पेशकश करने जैसे संदिग्ध दावे कर रहे हैं।
इस एडवाइजरी को सोशल मीडिया पर ही पोस्ट किया गया है। कोरोना की दवाई बनाने और इलाज कराने के नाम पर कई मामले लॉकडाउन के दौरान भी सामने आए थे। ऐसे ही एक मामले में अगस्त 2020 में सेक्टर 58 थाने में केस दर्ज किया गया था।
एडीसीपी रणविजय सिंह की माने तो साइबर ठग इन दिनों कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने तथा कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों के खातों में सेंध लगाने का प्रयास कर रहे हैं, जिनसे बचने के लिए लोगों का सतर्क रहना जरूरी है। वह अपनी जानकारी किसी को भी उपलब्ध ना कराएं तथा फोन पर आने वाले किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें।
पुलिस के अनुसार ठगी का शिकार होने वालों में नोएडा सेक्टर-27 के मनोज गुप्ता कंपनी में एचआर के पद पर कार्यरत हैं। 28 दिसंबर को उनके पास एक कॉल आई क्या वह कोरोना की वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। जिस पर उन्होंने सहमति जताई तो फोन करने वाली महिला ने उनसे कुछ जानकारियां लीं और कुछ देर बाद उन्हें एक बार कोड भेजा और कहा कि इसको स्कैन करें, जिससे उनका रजिस्टर्ड हो जाएगा। जब उन्होंने उसे स्कैन किया तो उनके बैंक खाते से 12,500 रुपये कट गए। उन्होंने यूपी पुलिस के ऑनलाइन पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
ये भी पढ़े: अब भारत में भी मिलेंगी टेस्ला की कारें
ये भी पढ़े: गोडसे आतंकी या देशभक्त ? सियासत फिर शुरू
ये सावधानी बरतें
- कोरोना वैक्सीन के लिए आए फोन कॉल को अटेंड न करें।
- रजिस्ट्रेशन के नाम पर आप अपना आधार नंबर या फिर कोई भी पर्सनल जानकारी किसी को ना दें।
- आपके मोबाइल पर OTP आता है तो उस पर भरोसा ना करें और आगे किसी तरीके की प्रक्रिया ना करें।
- किसी भी तरीके का वैक्सीन से जुड़ा लिंक या फिर जानकारी पर क्लिक ना करें।
- वैक्सीन के नाम पर आने वाले अज्ञात शख्स के फोन पर भरोसा ना करें।