जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कोरोना महामारी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. बिजनेस समेत तमाम गतिविधियाँ पूरी तरह से ठप्प हो चुकी हैं. सिनेमा और मनोरंजन के दूसरे सारे स्थान भी बंद हैं. तकरीबन छह महीनों से घरों में कैद लोगों ने अब अनलाक-4 की प्रक्रिया शुरू होने के बाद नैनीताल और खजुराहो जैसे पर्यटन स्थलों पर जाने की शुरुआत कर दी है.
खजुराहो पहुंचे पर्यटकों का स्थानीय गाइड और दुकानदारों ने ज़बरदस्त स्वागत किया. विदेशी पर्यटकों का फूल माला से स्वागत किया और उन्हंक पानी की बोतलें भेंट कर भारतीय संस्कृति अतिथि देवो भव: का अहसास भी करवाया.
नैनीताल में पर्यटकों के पहुँचने का सिलसिला शुरू हो गया है लेकिन कोरोना की वजह से अभी भी इतनी बंदिशें हैं कि पर्यटकों को वहां जाने से पहले सौ बार सोचना पड़ रहा है. अन्य राज्यों से नैनीताल आने वालों के लिए नियम है कि वह कोविड टेस्ट की रिपोर्ट लेकर ही वहां आयें. साथ ही नैनीताल के होटल मालिकों को भी यह निर्देश दिया गया है कि वह पर्यटकों को होटल देते वक्त कोरोना गाइडलाइन का पालन हर हाल में करें.
नैनीताल में नैनीझील मे नौका विहार शुरू हो चुका है. घुड़सवारी के शौकीन लोगों के लिए घुड़सवारी की शुरुआत भी हो गई है. नौका चलाने वाले और घुड़सवारी कराने वालों के चेहरों से मायूसी की परत हटने लगी है. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उनके घर की दिक्कतें दूर हो जायेंगी और पर्यटकों के ज़रिये वह अपना घर चलाने लायक पैसा कमाने लगेंगे.
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नैनीताल होटल एसोसियेशन ने सरकार से मांग की है कि पर्यटन उद्योग को गतिशील करना है तो नियमों को शिथिल करना होगा. बेहतर होगा कि राज्य की सीमा पर कोविड टेस्ट कराने का इंतजाम हो जाए ताकि बगैर जांच कराये आने वाले को दिक्कत का सामना न करना पड़े. होटल एसोसियेशन भी यह बात मानती है कि गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया और हर पर्यटक को बगैर जांच के कमरे दे दिए गए तो नैनीताल में भी कोरोना फ़ैल जाने की आशंका है. पर्यटकों के लिए नियम यह है कि उत्तराखंड आने से पहले वह आईटीपीसीआर से कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट हासिल करें और देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. ऐसा नहीं करने वालों पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.