न्यूज डेस्क
पाराली और दीवाली के पटाखों ने दिल्ली में आपातकाल जैसी स्थिति ला दी है। प्रदूषण इतने खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है कि लोगों की अस्पतालों में आवाजाही बढ़ गई है। जहां विपक्षी दल इस स्थिति के लिए केजरीवाल सरकार पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं केजरीवाल सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए घर-घर तक मास्क पहुंचाने की योजना बनाई है।
इस योजना के तहत शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्कूली बच्चों को मास्क बांटे। उन्होंने बताया कि इसके तहत सरकार दिल्ली के सभी निजी व सरकारी स्कूलों में आज मास्क बांटेगी। यह अभियान एक हफ्ते तक चलेगा, 50 लाख मास्क बांटे जाएंगे। केजरीवाल ने वायु प्रदूषण के लिए पराली को जिम्मेदार ठहराया।
केजरीवाल ने बच्चों से कहा कि, आप लोग कैप्टन और खट्टर अंकल को पत्र लिखकर पराली न जलाने की बिनती करें। उन्होंने दिल्ली सरकार ने उस कदम को बताया जिसकी वजह से दिल्ली का प्रदूषण 25 प्रतिशत तक कम हो गया है।
केजरीवाल ने बताया कि पहले दिल्ली में लाइट जाती थी लेकिन अब लाइट न जाने से दिल्ली से जनरेटर गायब हो गए हैं। जनरेटर न चलने से भी दिल्ली की हवा में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने बाहर से आने वाली ट्रकों को भी दिल्ली के बाहर-बाहर से निकालने का काम किया जिससे दिल्ली की हवा में प्रदूषण कम हुआ।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया था कि बच्चों को N95 मास्क बांटे जाएंगे। बच्चों को पूरी किट दी जाएगी, जिसमें N95 वाले दो मास्क होंगे, जिसमें से अच्छी गुणवत्ता का मास्क बच्चों को दिया जाएगा। केजरीवाल ने बताया कि वह भी बच्चों को मास्क बांटेंगे।
केजरीवाल ने कहा, ‘एक नवंबर से हम निजी व सरकारी स्कूलों में मास्क बांटना शुरू कर देंगे, एक हफ्ते तक स्कूलों के जरिए हम घर-घर तक मास्क पहुंचा देंगे।’
प्रदूषण के खिलाफ उपवास पर बैठे विजय गोयल
भाजपा जहां प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार पर आरोप लगा रही है तो वहीं केजरीवाल सरकार इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को दोष दे रही है। इसी कड़ी में आज राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता विजय गोयल दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ उपवास पर बैठे हैं।
अपने आवास पर ही केजरीवाल सरकार के खिलाफ सांकेतिक उपवास पर बैठे गोयल ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा। बीजेपी सांसद का आरोप है कि प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार ने पर्याप्त कदम नहीं उठाए।
गोयल ने कहा, ‘केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण के मामले में घोर लापरवाही बरती है, जिसकी वजह से आज दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक होकर रेड जोन तक पहुंच गया है।’
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