अविनाश भदौरिया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2019 में दो सीट से चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी और केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजावाल ने बताया कि दक्षिण भारत के तीन प्रांतो से मांग उठती थी कि राहुल गांधी साउथ की किसी सीट से चुनाव लड़े। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष के केरल के वायनाड सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला लिया है।
राहुल गांधी के दो सीटों पर चुनाव लड़ने के फैसले पर बीजेपी नेता चुटकी ले रहे हैं कि राहुल गांधी को अमेठी से हारने का डर है इसलिए दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेताओं की माने तो राहुल गांधी के केरल से चुनाव लड़ने का फायदा कांग्रेस को मिलेगा। राहुल केरल के साथ-साथ कर्नाटक और तमिलनाडु में वोटरों को प्रभावित कर सकते हैं।
हम आपको बता दें कि राहुल गांधी पहले ऐसे नेता नहीं हैं जो दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले बीजेपी समेत कई अन्य दलों के नेता भी एक से अधिक सीट पर चुनाव लड़ चुके हैं। बकौल वरिष्ठ पत्रकार केपी सिंह, एक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का दौर 80 के दशक में शुरू हुआ। उस समय किसान नेता चौधरी चरण सिंह विधानसभा की कई सीटों पर चुनाव लड़ गए थे।
नेताओं के एक से अधिक सीट पर चुनाव लड़ने पर काफी सवाल भी उठे। जिसके बाद ही चुनाव आयोग ने दो निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की सुविधा का प्रावधान किया।
अटल बिहारी वाजपेयी तीन संसदीय क्षेत्रों से लड़ चुके हैं चुनाव
भारतीय राजनीति में चुनिंदा बड़े नामों में से एक एवं देश के कद्दावर नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी के लिए एक चुनाव ऐसा भी था जब वह तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहे थे। 1957 के आम चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी यूपी के तीन संसदीय क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे थे।
उस समय निर्वाचन से जुड़े नियमों में आज की तरह अधिकतम दो निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की सुविधा जैसा कोई प्रावधान नहीं किया गया था। ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी प्रदेश में तीन संसदीय क्षेत्र मसलन मथुरा, बलरामपुर एवं लखनऊ संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनसंघ के टिकट पर चुनाव में खड़े हुए थे। तीनों सीटों में से अटल केवल बलरामपुर सीट से ही जीत पाए थे जबकि मथुरा एवं लखनऊ संसदीय सीट पर उन्हें भारी पराजय का सामना करना पड़ा था। मथुरा सीट पर तो अटल अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे।
2014 में पीएम मोदी वडोदरा और वाराणसी से लड़े थे लोकसभा चुनाव
2014 का लोकसभा चुनाव पीएम मोदी ने 2 सीटों से लड़ा था। पीएम मोदी गुजरात के वडोदरा और वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़े थे। दोनों ही सीटों पर उन्होंने जीत हासिल की थी। हालांकि बाद में उन्होंने वडोदरा सीट छोड़ दिया था और वाराणसी सीट को चुना था।
आजमगढ़ और मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लड़े थे मुलायम सिंह
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव 2014 में आजमगढ़ और मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लड़े थे और दोनों सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में उन्होंने मैनपुरी सीट से त्यागपत्र दे दिया। उपचुनाव में मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव के पोते और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव ने परिवार की सियासी विरासत को संभालते हुए जीत दर्ज की थी।