जुबिली न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के घर के बाहर उनके ही छोटे भाई लक्ष्मण सिंह धरने पर बैठ गए। लक्ष्मण सिंह चांचौड़ा के सैकड़ों लोगों के साथ भोपाल आए थे। उनकी मांग थी कि मध्यप्रदेश के चांचौड़ा को 53वां जिला बनाया जाए।
लक्ष्मण सिंह ने बताया कि हम तो बड़े भाई साहब से समय लेने के लिए आए हैं। भाई साहब समय दे दें और हमें कुछ नहीं चाहिए। दिग्विजय सिंह के बंगले में नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में आए लोग बंगले के ही बाहर बैठ गए। उनके साथ लक्ष्मण सिंह भी धरने पर बैठ गए। इससे पहले लक्ष्मण सिंह ने चांचौड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर मंगलवार को भोपाल में कई लोगों से एकत्र होने की अपील की थी।
लक्ष्मण सिंह का कहना है कि चाचौड़ा को जिला बनाया जा रहा है, मुख्यमंत्री कमलनाथ इसकी स्वयं घोषणा कर चुके है। अब तो सिर्फ स्वागत कार्यक्रम की तिथि लेने के लिए यहां आए हैं। लक्ष्मण सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि दिग्विजय सिंह के साथ चाचौड़ा आएंगे, इसलिए दिग्विजय सिंह तिथि दे दें बस हम यही चाहते हैं।
चांचोड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर कहा था कि 22 अक्टूबर को भोपाल में बड़े साहब दिग्विजय सिंह से भेंट करेंगे और मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर बात करेंगे, उनसे तारीख लेंगे कि चांचोड़ा आकर उसे जिला बनाने की घोषणा करें।
इससे पहले 26 जुलाई 2019 को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आश्वासन दिया था कि मध्यप्रदेश में अब 53वां जिला भी बनाया जाएगा। गुना जिले की चांचौड़ा तहसील को जिला बनाने का आश्वासन दिया गया था। पिछले साल टीकमगढ़ जिले की निवाड़ी तहसील को जिला बनाया गया था।
दिग्विजय सिंह ने दिया आश्वासन
दिग्विजय सिंह शाम होते-होते धरना स्थल पर आए और लक्ष्मण सिंह से मिले। उन्होंने आश्वासन दिया जिसके बाद लक्ष्मण सिंह ने धरना ख़त्म कर दिया। बता दें कि इससे पहले कर्ज़माफी को लेकर दिए लक्ष्मण सिंह के बयान पर भी बवाल मच चुका है। लक्ष्मण सिंह ने कहा था कि मध्य प्रदेश में किसानों की कर्ज़माफी नहीं हुई है और राहुल गांधी को इस पर किसानों से माफी मांग लेना चाहिए।
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