जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। केंद्र के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन और तेज हो गया है। देश के अन्नदाता 18 दिनों से सड़क पर है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सरकार लगातार बातचीत से इसका हल खोजना चाहती है। इतना ही नहीं अब तक पांच बार किसानों और सरकार के बीच बातीचत हुई लेकिन इसका नतीजा जीरो रहा है।
इसके आलावा अमित शाह के साथ किसानों की बातचीत हुई लेकिन उसका भी कोई नतीजा नहीं निकला है। किसानों के इस आंदोलन पर राजनीति भी खूब हो रही है।
हालांकि देश के कई बड़े लोग इस आंदोलन को अपना समर्थन दे रहे हैं। दूसरी ओर किसानों और सरकार के बीच अब आर-पार की लड़ाई होती दिखाई पड़ रही है।
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राजस्थान-हरियाणा सीमा पर शाहजहांपुर से किसानों द्वारा ट्रैक्टर मार्च शुरू करने के बाद आंशिक रूप से तीन घंटे तक बंद किए गए दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को खोल दिया गया है। केंद्र के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का 18 दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन जारी है
दरअसल कल यानी सोमवार को सुबह 8 बजे से किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इसके साथ ही सभी जिला हेडक्वार्टर पर धरना देने की तैयारी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास करेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों ने सोमवार को एक दिन के उपवास का ऐलान किया है। केजरीवाल ने पूरे देश से अपील की है कि किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास रखें। मैं भी उपवास रखूंगा। आम आदमी पार्टी के सभी समर्थकों और वालंटियर से अपील है कि वे भी एक दिन का उपवास रखें और किसानों का समर्थन करें।
उधर सरकार भी टेंशन में आ गई है। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कृषि राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द किसानों का आंदोलन खत्म हो।