न्यूज़ डेस्क
शुषमा स्वराज के बाद वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का निधन बीजेपी के लिए अपूर्णीय क्षति है। बीते एक साल में बीजेपी ने अपने कई बड़े दिग्गज नेताओं को खो दिया है। इसमें से बीजेपी ने कई नेता को अगस्त में ही खोया है पिछले साल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई का निधन 16 अगस्त को हुआ था।
उसके बाद शुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त 2019 को और अब अरुण जेटली का 24 अगस्त 2019 में निधन हो गया। ऐसा लगता है बीजेपी पर अगस्त भरी पड रहा है। इनमें पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का नाम शामिल हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी
पूर्व पीएम और भाजपा के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त, 2018 को हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी नली में संक्रमण, छाती में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून 2019 को एम्स में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 16 अगस्त 2018 को उनका देहांत हो गया।
25 दिसंबर 1924 को जन्में वाजपेयी बीजेपी के संस्थापकों में शामिल थे और 3 बार भारत के प्रधानमंत्री बने। हालांकि, वह एक बार ही पांच साल का कार्यकाल पूरा कर सके। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।
मदन लाल खुराना
दिल्ली के पूर्व सीएम मदन लाल खुराना का निधन 27 अक्टूबर, 2018 को हुआ था। वो दिल्ली के 1993 से 1996 तक मुख्यमंत्री रहे। उन्हें 2001 में राजस्थान का गवर्नर बनाया गया था। इसके बाद वो साल 2005 में लालकृष्ण आडवाणी की आलोचना के कारण भाजपा से निष्काषित कर दिए गये थे, लेकिन 12 सितंबर 2005 में ही उन्हें फिर से पार्टी में वापस ले लिया।
वहीं जब दिल्ली को राज्य का दर्जा मिला तो वह 1993 में दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री बने। इस पद पर वह 1996 तक रहे। 2013 में उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ जिस कारण वे सक्रिय राजनीति से दूर हो गए। पिछले लगभग दो वर्षों से वह गंभीर रूप से बीमार थे।
अनंत कुमार
भाजपा नेता अनंत कुमार का निधन 12 नवंबर 2018 को हुआ था। वह कैंसर से पीड़ित थे। वो कई बार सांसद भी रहे। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पहले बीजेपी सरकार और फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार में मंत्री पद भी संभाला था।
उन्होंने अपने सियासी सफ़र की शुरुआत छात्र राजनीति से की. और केंद्र में मंत्री बनकर खत्म हुआ। इस दौरान उन्होंने करीब दर्जनभर मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। वो वाजपेयी सरकार में खेल मंत्री और शहरी विकास मंत्री भी रहे। हालांकि, उन्होंने कभी कर्नाटक की राजनीतिक में सक्रियता नहीं दिखाई, वे कर्नाटक में रहकर भी दिल्ली में पार्टी मजबूत करने में लगे रहे।
मनोहर पर्रिकर
गोवा के पूर्व सीएम और पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का देहांत 17 मार्च, 2019 को हुआ था। वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। पर्रिकर चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे। 2014 में एनडीए सरकार में मनोहर पर्रिकर ने देश के रक्षा मंत्री की भूमिका निभाई।
साल 2000-05 में पहली बार सीएम बने। जब 2014 में बीजेपी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनी तो पीएम मोदी ने उन्हें दिल्ली बुलाया, उन्हें सबसे महत्वपूर्ण रक्षा मंत्री का पदभार सम्भाला।
सुषमा स्वराज
भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का देहांत 6 अगस्त, 2019 को हुआ था। वह 67 वर्ष की थीं। हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हुआ था। साल 2014 से 2019 तक भारत की विदेश मंत्री रहीं सुषमा ने दुनिया भर के देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए काफी योगदान दिया। जुलाई 1977 में मुख्यमंत्री देवी लाल की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
अरुण जेटली
पूर्व वित्तमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद शनिवार (24 अगस्त) को 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वो एम्स में भर्ती थे। उन्हें एम्स में नौ अगस्त सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जेटली ने वित्तमंत्री का कार्यभार 2014 से 2018 तक संभाला। इससे पहले वह राज्यसभा में 2009 से 2014 तक नेता प्रतिपक्ष भी रहे।