- मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में, हो सकती है बड़ी कारवाई
ओम प्रकाश सिंह
अयोध्या। भू माफियाओं ने अयोध्या के पावन भूमि का कोना कोना बेच दिया है। भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा तो अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
राम नगरी की पावन भूमि पर ‘ग्रहण’ लग चुका है। भू माफिया इसे राहु बनकर ग्रस रहे हैं। स्थितियां अब ऐसी हो गई हैं कि इस मामले में मुख्यमंत्री को खुलकर बोलना पड़ा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव के दूसरे दिन कारसेवकपुरम में भूमाफियों की करतूत पर बोलकर बड़ी कारवाई का संकेत दे दिया है। अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने भी कहा कि अभी बोलना उचित नहीं लेकिन हम भी चुप नहीं बैठे हैं।
दीपोत्सव पर्व के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर अयोध्या विधायक को ट्रोल किया जा रहा है।
दरअसल यह वीडियो दीपोत्सव आयोजन के दूसरे दिन का है जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या दर्शन पूजन के दौरान अयोध्या के साधु-संतों से मुलाकात के लिए कार्यक्रम पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से मुखातिब होने के दौरान साथ खड़े लोगों की तरफ बिना इशारा किए हुए कहा कि पहले आप पीछे रहिए आपने बहुत जमीन कब्जा कर रखा है।
मुख्यमंत्री जी स्वयं जानते हैं कि आपने बहुत सारी जमीन कब्जा कर रखा है
फिर उनसे इतना प्यार क्यो…? pic.twitter.com/1XJXwWajnd— Mulayam singh Yaduvansh (@mulayamYd) October 27, 2022
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता को लेकर जमकर टिप्पणी की जा रही है तो वहीं इस वायरल वीडियो को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्य मंत्री तेज नारायण पांडे ने भी विधायक वेद प्रकाश गुप्ता पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के लोग पूरी अयोध्या को लूट रहे हैं।
जमीनों को खरीद रहे है बेच रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक बार सच बोल ही दिया है। वही आरोप भी लगाया कि भाजपा नेताओं के द्वारा जमीनों की खरीद-फरोख्त में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ही संरक्षण है यदि उनका संरक्षण नहीं होता तो पूर्व में मामले के सामने आने के बाद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
जमीनों की खरीद फरोख्त के अलावा बिना नक्शा पास हुए आवासीय, व्यवसायिक भवन खड़े हो गए हैं। सरकार की नीतियों का गलत फायदा उठाकर करोड़ों की हेराफेरी हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना अयोध्या को विश्व की खूबसूरत नगरी बनाने का है। केंद्र व प्रदेश सरकार ने खजाने का मुंह खोल रखा है, इसका फायदा उठाने के लिए नेताओं, अधिकारियों के गठजोड़ से लूट मची है। सरकारी योजनाएं समय से पूर्ण नहीं हो रही हैं उनकी लागत बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति से लाभान्वित रामायणा होटल भी चर्चा का विषय है।
धर्मनगरी अयोध्या का चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग भी भू-माफिया व अयोध्या विकास प्राधिकरण के गठजोड़ से नहीं बच पाया है। चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग पर भी बड़ी संख्या में अवैध कब्जे हो गए हैं।
जगह-जगह लोगों ने मकान बनवा कर परिक्रमा मार्ग को भी संकुचित कर दिया है। हास्यास्पद तो यह है कि प्राधिकरण ने भी बिना जांचे परखे अतिक्रमण कर बनाये गए भवनों के नक्शे स्वीकृत कर दिए। नतीजा आने वाली परिक्रमा पर श्रद्धालुओं को झेलना पड़ेगा।
अवैध कब्जों की यह स्थिति है कि जिलाधिकारी आवास के पीछे से गुजरे परिक्रमा मार्ग तक पर अवैध कब्जा हो गया है। अब जब एक नवम्बर से चौदह कोसी परिक्रमा शुरू होनी है तो श्रद्धालुओं के सामने एक बड़ा संकट है। यही नहीं अवैध कब्जे वाले स्थानों पर व्यवस्था भी प्रशासन के सामने किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
पूरे चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग पर सर्वाधिक अवैध कब्जे सिविल लाइन से क्षेत्र से गुजरने वाले मार्ग पर है। यही नहीं निर्धारित मानकों के विरुद्ध किए गए निर्माण को अनदेखा क्यों किया गया।
सूत्रों का कहना है कि परिक्रमा मार्ग पर चार वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में निर्माण हुए जिसे खुले तौर पर अनदेखा किया गया। भू-माफिया को बेजा लाभ पहुंचाने के लिए नियम कायदे सब ताख पर रख दिए गए।