सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच अटल इकाना में अगले हफ्ते से शुरू हो रही है। दोनों ही टीमें अटल इकाना स्टेडियम पर जमकर पसीना बहा रही है। एशियाई क्रिकेट में हाल के दिनों में कुछ टीमों ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया है। बांग्लादेश और अफगानिस्तान दो ऐसी एशिया की उभरती हुई टीमें है जो किसी भी बड़ी टीम को अपना शिकार बना सकती है।
बात अगर अफगानिस्तान की जाये तो हाल के दिनों में उसका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है जबकि वेस्टइंडीज की टीम अभी बदलाव के दौर से गुजर रही है। आलम तो यह है कि अफगान जैसी टीम भी वेस्टइंडीज को आंख दिखाती नजर आ रही है। दोनों ही टीमों के पास अनुभवी कोच है। अफगान टीम के साथ अभी-अभी लांस क्लूजनर जुड़े हैं जबकि वेस्टइंडीज ने दोबारा फिल सिमंस को कोच की जिम्मेदारी दी है। ऐसे में दोनों के ऊपर अच्छा खास दबाव है।
यह भी बेहद रोचक है कि लांस क्लूजनर को फिल सिमंस की जगह टीम का कोच बनाया गया है, जबकि फिल सिमंस इस समय वेस्टइंडीज टीम के नये कोच है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कोच पद के लिए 50 से ज्यादा उम्मीदवारों के आवेदन किये गए थे और उसमें से क्लूजनर को मौका दिया गया है। उनकी पहली परीक्षा वेस्टइंडीज के खिलाफ होने जा रही है।
विश्व कप में खराब प्रदर्शन अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड फिल सिमंस को कोच के पद से हटा दिया था और नई जिम्मेदारी लांस क्लूजनर को सौंपी। लांस क्लूजनर को पता है कि उनकी नई टीम अफगानिस्तान इस समय वेस्टइंडीज से ज्यादा मजबूत है। ऐसे में लांस क्लूजनर मीडिया के सामने खुलकर कह रहे हैं कि अफगान के पास कुछ सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा है जो वेस्टइंडीज को पछाड़ सकती है। उन्होंने दावा किया है कि अफगानी टीम बेखौफ क्रिकेट खेलती है जो आने वाले समय उसे सर्वश्रष्ठ बना सकती है।
साउथ अफ्रीका के 48 वर्षीय ऑलराउंडर ने अपने करियर में 49 टेस्ट और 171 वन-डे खेले। दूसरी ओर आज से कुछ महीने पहले अफगान टीम को कोचिंग देने वाले फिल सिमंस दोबारा वेस्टइंडीज टीम के कोच बने हैं। वेस्टइंडीज ेके पास उनका पहला करार बतौर कोच बेहद शानदार था। उनकी देखरेख में वेस्टइंडीज टी-20 चैम्पियन बनी थी लेकिन बाद में विवाद चलते छह महीनों के अंदर उनकी कोच पद से छुट्टी कर दी गई थी।
ऐसे में वह अब दोबारा वेस्टइंडीज क्रिकेट को पटरी पर लाने की जिम्मेदारी होगी। बतौर कोच उनकी पहली अग्नि परीक्षा उस टीम के खिलाफ जिसे कुछ महीने पहले खुद निखार रहे थे। ऐसे मेंवह अफगान टीम की कमजोरियों से वाकिफ जरूर होंगे लेकिन अफगान टीम अब पूरी तरह से बदल चुकी है। उसने हाल में ही वेस्टइंडीज और बांग्लादेश को भी पीटा है। कुल मिलाकर दोनों टीमों के बीच भले ही रोचक जंग हो लेकिन कोचों के बीच क्लूजनर और फिल सिमंस की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हैं।