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नई दिल्ली. बिहार चुनाव की घोषणा होने के बाद सभी राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों की सूची फाइनल करने में जुट गए हैं. राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवारों की सूची तैयार करने की ज़िम्मेदारी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की है. तेजस्वी सूची तैयार कर उसे लेकर रांची जाएंगे. उम्मीद्वारों की लिस्ट पर अंतिम मोहर लालू प्रसाद यादव ही लगायेंगे.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में सजा काट रहे हैं. इलाज के सिलसिले में उन्हें जेल से लाकर रिम्स निदेशक रांची के बंगले में रखा गया है. इस बंगले में स्वास्थ्य लाभ कर रहे लालू प्रसाद यादव के आवास पर हर दिन राजद से टिकट चाहने वालों का मेला लगा रहता है. जिन लोगों को लालू यादव की सहमति मिल जाती है वह भीतर जाकर मुलाक़ात भी कर आते हैं.
लालू प्रसाद यादव से बिहार के राजद नेताओं के साथ ही झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी मुलाक़ात के लिए आते रहते हैं. लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेज प्रताप यादव भी कुछ दिन पहले अपने पिता से मुलाक़ात करने रांची गए थे. सूत्रों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव की सलाह के अनुसार ही बिहार में राष्ट्रीय जनता दल फैसले ले रहा है.
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लोगों को यही जानकारी है कि विधानसभा टिकटों पर अंतिम फैसला तेजस्वी यादव को लेना है लेकिन हकीकत यही है कि तेजस्वी यादव विधानसभा चुनाव के लिए जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं. जिस विधानसभा क्षेत्र में दो या दो से ज्यादा ऐसे चेहरे हैं जिन पर भरोसा किया जा सकता है तो उन क्षेत्रों से चुनाव का टिकट मांगने वालों का बायोडाटा लालू प्रसाद यादव के सामने रखा जाएगा. लालू प्रसाद यादव सभी उम्मीदवारों की लिस्ट देखेंगे. लिस्ट पर फाइनल मोहर लालू यादव की लगेगी. मतलब लालू जिसे चाहेंगे वही राजद से चुनाव लड़ेगा.