जुबिली न्यूज डेस्क
नवादा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महादलित टोले में बुधवार (18 सितंबर) की शाम 80 घर जलाए जाने के मामले में अब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. गुरुवार (19 सितंबर) को लालू यादव ने केंद्रीय मंत्री पर हमला करते हुए कहा कि जीतन राम मांझी भ्रमित कर रहे हैं. हम देखेंगे कौन समाज के लोग थे और ये घटना क्यों हुई है. आरजेडी सुप्रीमो ने वन नेशन वन इलेक्शन पर कहा कि पीएम मोदी घबराहट में देश को गुमराह कर रहे हैं. ये संभव नहीं है.
नवादा में हुई घटना पर लालू प्रसाद यादव ने अपने बयान में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का नाम क्यों लिया है अब जरा ये समझिए. दरअसल केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का कहना है कि नवादा में जो घटना हुई है उसके पीछे यादवों का हाथ है. इसमें 12 यादव को पुलिस ने पकड़ा है. अब जैसे ही जीतन राम मांझी ने यादवों का जिक्र किया है तो लालू यादव भड़क गए हैं. इसी पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम देखेंगे कौन समाज के लोग थे.
जीतन राम मांझी के इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जीतन राम मांझी केंद्र सरकार में मंत्री हैं. प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे हैं. वह इस तरह की भाषा जातीय उन्माद फैलाने वाली ना कहें. यह हाफ पैंट वालों की भाषा बोल रहे हैं. बीजेपी के साथ जाकर ऐसा बोल रहे हैं. अपराधी की कोई जाति या कोई धर्म नहीं होता है. सवाल उठाया कि सरकार क्या कर रही है? कहां है बिहार में कानून का राज?
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मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह राक्षस राज है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है महा राक्षस राज है. सरकार में बैठे लोग बेफिक्र हैं और जीतन राम मांझी इस तरह का ज्ञान दे रहे हैं. कानून-व्यवस्था चौपट है. एक सौ दलित भाइयों का घर आग के हवाले कर दिया गया और जीतन राम मांझी इस तरह का बयान देकर आप करना क्या चाहते हैं?