जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव एम्स के डॉक्टरों से एक महीने की छुट्टी और दवाएं लेकर तीन साल बाद पटना जा रहे हैं. लालू यादव बीमार हैं लेकिन बिहार की सियासत में उनका कितना दखल है इसका अंदाजा दूसरे राजनीतिक दलों की उड़ी हुई नींद को देखते हुए समझा जा सकता है.
बिहार में लालू यादव की गैरमौजूदगी में राजद को लेकर सारे फैसले तेजस्वी यादव लेते हैं. विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के साथ समझौता न हो पाने पर कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने आरोप लगाया कि अन्दरखाने राजद और बीजेपी का समझौता हो गया है. इस आरोप पर लालू यादव ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या हम कांग्रेस को ज़मानत जब्त कराने के लिए सीट दे दें. उन्होंने कहा कि राजद तारापुर और कुशेश्वरस्थान में हो रहे उपचुनाव में दोनों सीटों से चुनाव लड़ेगी. हम खुद स्वस्थ महसूस करेंगे तो अपने प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करेंगे. लालू ने कहा कि गठबंधन का मतलब यह नहीं होता है कि हारने के लिए सीट दे दी जाए.
बीजेपी ने लालू यादव पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्हें हेल्थ ग्राउंड पर ज़मानत मिली है इसलिए वह उपचुनाव में प्रचार नहीं कर सकते. लालू यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग गलत बोल रहे हैं. उन्हें हेल्थ ग्राउंड पर ज़मानत नहीं मिली है. हम डॉक्टर की सलाह और दवा लेकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप हमारे बेटे हैं. दोनों हमारा ध्यान रखेंगे. हम स्वस्थ महसूस करेंगे तो उपचुनाव में अपने प्रत्याशियों के प्रचार को भी जायेंगे.
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