जुबिली न्यूज डेस्क
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में राजनीति तेज हो गई है। लखीमपुर जाने के लिए वपक्षी दलों के नेताओं में होड़ लगी है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर लखनऊ में अपने घर के बाहर धरने पर बैठे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
इस घटना के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने काफी हंगामा किया जिसके बाद अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को पुलिस के काम में बाधा न डालने को कहा।
उनके अलावा सपा नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव और तकरीबन 150 से 200 सपा कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है.
सोमवार की सुबह 9 बजे के कऱीब अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने के लिए अपने घर से निकले थे लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढऩे से रोक दिया जिसके बाद वो घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
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लखीमपुर खीरी घटना के बाद से उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। लखीमपुर खीरी किसानों से मिलने निकली प्रियंका गांधी को रोकने के लिए पूरी रात पुलिस परेशान रही। आखिरकार सीतापुर पुलिस ने हरगांव में उन्हें सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया।
वहीं बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी लखीमपुर जाने से रोक दिया गया है। उन्होंने लखनऊ में बताया कि उन्हें नोटिस दिया है कि वो कहीं नहीं जा सकते हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट करके कहा है कि सतीश चंद्र मिश्र को नजरबंद किया गया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने अगले ट्वीट में लिखा है कि ‘इस घटना में बीजेपी के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच और पीडि़तों को न्याय मिलता नहीं दिखता है इसलिए इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए।’