जुबिली न्यूज डेस्क
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन कुछ पतियों के लिए यह धार्मिक यात्रा उनके वैवाहिक जीवन में परेशानी का कारण बन रही है। एक पति ने अपनी पत्नी के महाकुंभ जाने को लेकर तलाक की अर्जी दी है। इसके अलावा, पत्नियों का अध्यात्मिकता की ओर बढ़ता रुझान भी पतियों को नाराज कर रहा है, जिसके कारण तीन तलाक के मामले भोपाल के कुटुंब न्यायालय में दाखिल हुए हैं।
भोपाल कुटुंब न्यायालय में हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पतियों ने अपनी पत्नियों की बढ़ती धार्मिकता के कारण तलाक की अर्जी दी है। एक मामले में, एक बैंक अधिकारी पति ने अपनी पत्नी के महाकुंभ यात्रा पर जाने पर नाराजगी जताई और तलाक की अर्जी दी। उनका कहना था कि पत्नी उसकी मनाही के बावजूद धार्मिक यात्राओं पर जाती है और अब उसने अपनी जीवनशैली में भी बदलाव करना शुरू कर दिया है।
पत्नी के इस बदलाव से पति था परेशान
उदाहरण स्वरूप, पत्नी ने सिंदूर-बिंदी की जगह चंदन का टीका लगाना शुरू कर दिया और महाकुंभ यात्रा के बाद रुद्राक्ष की माला पहनने लगी। पति का कहना है कि इस बदलाव के कारण वह असहज महसूस करता है, और इस वजह से उसके दोस्त भी पत्नी का मजाक उड़ाते हैं, जिससे उसे सामाजिक रूप से परेशानी हो रही है।
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कुटुंब न्यायालय के काउंसलर इन मामलों में दंपतियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें यह सिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे एक-दूसरे के धार्मिक रुझानों का सम्मान करें और आपसी समझ बनाए रखें। इन मामलों की बढ़ती संख्या से यह स्पष्ट हो रहा है कि आजकल धर्म के कारण परिवारों में तनाव बढ़ रहा है, और इस स्थिति को सुलझाने के लिए वैवाहिक जीवन में समझदारी और सामंजस्य की जरूरत है।