जुबिली स्पेशल डेस्क
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किले लगातार बढ़ रही है। अब उनके घर सीबीआई की रेड हो रही है।
लोकल मीडिया के अनुसार ये रेड वित्तीय अनियमितताओं को लेकर हो रही है। बताया जा रहा है कि कल ही ये मामला दर्ज हुआ था और आज रेड भी हो रही है। संदीप घोष पर अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है. सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में ये कार्रवाई की है।
आरजी कर में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में सीबीआई ने एक नहीं बल्कि 15 लोकेशन पर छापेमारी की है। इस पूरे मामले में जहां एक ओर संदीप घोष पर सीबीआई ने शिकंजा कसा है जबकि कई और लोग सीबीआई के रडार पर है। सीबीआई की टीमें फिलहाल 4 जगहों पर हैं।
आरजी कर अस्पताल के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट अख्तर अली ने संदीप घोष के वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कई तरह के राज से पर्दा उठाया है। जिसके बाद संदीप घोष की मुश्किले बढ़ती जा रही है। उनके एक दावे ये भी है कि वो अस्पताल कैंपस में एक रैकेट चलाते हैं और इस रैकेट में उनके साथ कई स्टूडेट्स भी शामिल है।
अख्तर अली के अनुसार संदीप घोष पैसे लेकर बच्चों को पास फेल करते थे। इतना ही नहीं डेड बॉडी बेचते थे। बायोमेडिकल कचरा की तस्करी करते थे. इसके अलावा मशीनों की खरीद फरोख्त, यूजी-पीजी काउंसलिंग में धांधली, नियुक्ति में भ्रष्टाचार जैसे कई आरोप घोष पर लगे हैं।
सीबीआई की टीमें फिलहाल 4 जगहों पर हैं
- डॉ संदीप घोष (पूर्व प्रिसिंपल)
- डॉ देबाशीष सोम (डिमॉन्स्ट्रेटर, फोरेंसिक मेडिसिन)
- संजय बशिष्ठ (पूर्व सुपर स्टार)
- बिप्लब सिंह (आरजीकर के आपूर्तिकर्ता)
राज्य सरकार ने एसआईटी बनाकर आरजी कर अस्पताल के वित्तीय भ्रष्टाचार मामले की जांच करने को बोला था, लेकिन अख्तर अली ने पूर्व प्रिसिंपल के खिलाफ जो आरोप लगाए थे। उसके बाद कोर्ट को दखल देना पड़ा और कोलकाता हाई कोर्ट ने पूरा मामला सीबीआई को सौंपने के लिए कहा और जांच करने के लिए सीबीआई को दे दिया था।