स्पेशल डेस्क
लखनऊ। एक दौर था जब राजधानी का केडी सिंह बाबू स्टेडियम सुर्खियों में रहता था। यहां पर कुछ भारतीय खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया है। सचिन से लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने इसी मैदान पर चौकों-छक्कों की बारिश की थी। दरअसल यहां पर साल 1994 में भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच खेला गया था। इस मुकाबले की पहली पारी में नवजोत सिंह सिद्धू ने 124 रन की जोरदार पारी खेली थी और इस दौरान उन्होंने आठ गगनचुंबी छक्के भी जड़े थे।
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दूसरी ओर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने भी खतरनाक बल्लेबाजी करते हुए 142 रन की जोरदार पारी खेली थी। इसके बाद केडी सिंह बाबू स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय खेल पटल से गायब हो गया।
इतना ही नहीं यहां पर उसके बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मुकाबले भी नहीं खेले गए। मौजूदा दौर में यह स्टेडियम अपनी अंतिम सांसे जरूर ले रहा है लेकिन खेल विभाग ने अब इसकी सुध ली है।
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खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बहुत जल्द इस स्टेडियम का काया-कल्प होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार 15 से 20 जनवरी के बीच इस स्टेडियम के सौंदर्यीकरण की योजना है।
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क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी बोले- स्टेडियम की बदलेगी शक्ल
क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी जितेंद्र यादव ने जुबिली पोस्ट से खास बातचीत में कहा कि बहुत जल्द स्टेडियम का सौंदर्यीकरण होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैरीकेटिंग से लेकर जाली तक को बदलेंगी।
उन्होंने कहा कि केडी सिंह बाबू स्टेडियम के मुख्य मैदान पर अब स्प्रिंकलर सिस्टम लगाने की तैयारी है। क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी ने बताया कि स्प्रिंकलर सिस्टम लगने से मैदान और खूबसूरत हो जाएगा। इतना ही नहीं खेल विभाग बीआरसी जाली के बदले अब यहां पर बैरीकेटिंग के लिए रेलिंग लगवाने की तैयारी में है।
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खेल विभाग की माने तो स्टेडियम में होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह के लिए मौजूदा स्टेज काफी छोटा पड़ता है। ऐसे में अब इसे विस्तार देने की योजना है ताकि यहां पर कोई भव्य कार्यक्रम आयोजित हो सके। उन्होंने कहा कि स्टेडियम के सौंदर्यीकरण के साथ पूरा स्टेडियम सुरक्षा से भी लैस हो जाएगा।
दो से तीन माह के लिए बंद हो सकता स्टेडियम
क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी की माने तो स्टेडियम का काया-कल्प होने में कम से कम तीन माह का समय लग सकता है। ऐसे में यहां पर अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों के लिए थोड़ी परेशानी हो सकती है। हालांकि उन्होंने कहा कि गोमती नगर का स्टेडियम केडी सिंह बाबू स्टेडियम के विकल्प के तौर पर है। उन्होंने कहा कि चौक स्टेडियम से लेकर मोहम्मद शाहिद स्टेडियम मेंखिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए कहा जाएगा।
पैकफेड को मिली है जिम्मेदारी
केडी सिंह बाबू स्टेडियम के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी पैकफेड कम्पनी के जिम्मे है। जानकारी के मुताबिक तीन करोड़ 81 लाख 97 हजार रुपये को शासन ने स्वीकृत किया है। इतना ही नहीं पैकफेड को खेल विभाग ने एक करोड़ बीस लाख की रकम भी दे दी है। इस दौरान करीब तीन महीने यहां पर किसी भी प्रकार की खेल-कूद प्रतियोगिता नहीं हो सकेगी।