दिल्ली: लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सदन में दो लोगों के अचानक घुस जाने से हड़कंप मच गया। दोनों के हाथों में टियर गैस जैसा कुछ था। लेकिन वो कुछ कर पाते इससे पहले उन्हें पकड़ लिया गया। अब सवाल उठ रहा है कि ये दोनों लोग कौन है और ये संसद में कैसे घुस आए? संसद में घुसे एक युवक का नाम सागर शर्मा तो दूसरे का मनोरंजन है। बसपा के निष्कासित सांसद दानिश अली ने बताया उन्होंने सिक्योरिटी अधिकारियों के पास से एक शख्स का जो पास देखा उसका नाम सागर है। वो मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के पास पर आया हुआ था। दूसरे के बारे में फिलहाल सिक्योरिटी एजेंसियां पता कर रही हैं।
कौन है सागर और मनोरंजन
सागर शर्मा इंजीनियरिंग का छात्र हैं। वो कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है। वो बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से जारी विजिटर पास के जरिए संसद भवन में दाखिल हुआ था। मनोरंजन भी इंजीनियरिंग का छात्र बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार वो बेंगलुरु से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। दोनों ने ऐसा क्यों किया अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्या कहा
सदन में सुरक्षा चूक पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शून्यकाल के दौरान हुई घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। प्राथमिक जांच के अनुसार यह सिर्फ साधारण धुआं था इसलिए यह धुआं चिंता का विषय नहीं।
सांसदों ने दोनों को पकड़ा
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि लोकसभा में जीरो आवर चल रहा था। हम सब सदन में बैठे हुए थे। लॉबी से एक लड़का अचानक नीचे कूदा। इस दौरान उसने जूते से कुछ पाउच जैसा निकाला। उससे उसने पीली जैसी कुछ गैस छोड़ी। इसके बाद सांसदों ने उसे पकड़ लिया। कुछ ने उसकी कुटाई भी की। इसके बाद सुरक्षा कर्मियों को सौंप दिया गया। किसी सिक्यॉरिटी वाले ने नहीं, सारे सांसदों ने मिलकर उसे पकड़ लिया। आज सुबह हम सब मिलकर सदन पर 2001 में हमले में शहीदों को याद किया। आज ही के दिन सदन में इस तरह की घटना हुई। यह सुरक्षा में चूक है।
सरकार को देना चाहिए ध्यान: डिंपल यादव
लोकसभा में सुरक्षा चूक पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है। आज सदन के अंदर कुछ भी हो सकता था। जो भी लोग यहां आते हैं – चाहे वे आगंतुक हों या रिपोर्टर, किसी के टैग नहीं हैं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।