जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. तालिबान से जान बचाकर भागे अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के नये ठिकाने का पता चल गया है. उन्हें संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने शरण दे दी है. अशरफ गनी अपने परिवार के साथ वहीं हैं. संयुक्त अरब अमीरात ने कहा है कि उसने मानवीय आधार पर उन्हें शरण दी है. यूएई के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ते तालिबान के क़दमों की आवाज़ महसूस करने के बाद घबराए अशरफ गनी अपने परिवार के साथ हेलीकाप्टर पर सवार होकर काबुल से निकल गए. गनी अपने साथ तमाम ब्रीफकेस में ढेर सारा रुपया भरकर ले गए थे ताकि बची हुई ज़िन्दगी में उन्हें किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े लेकिन हेलीकाप्टर में परिवार के बैठने और सामान रखने के बाद जगह कम पड़ गई तो नोटों से भरे कई बैग वो हवाई अड्डे के रनवे पर ही छोड़ गए.
अशरफ गनी से अफगानिस्तान के लोग बेहद नाराज़ हैं क्योंकि वह उन्हें बंदूकों के साए में छोड़कर तब भाग गए हैं जबकि उन्हें उनकी सबसे ज्यादा ज़रूरत थी जबकि गनी ने कहा है कि वह काबुल इसलिए छोड़ गए ताकि ज्यादा खून खराबा न हो.
गनी ने कहा कि उनके पास सिर्फ दो विकल्प थे. पहला तो राष्ट्रपति भवन के गेट पर तालिबान से मुकाबला करूँ और दूसरा यह कि देश छोड़कर चला जाऊं. मैंने दूसरा विकल्प चुना. अशरफ गनी ने कहा कि तालिबान के लड़ाके तेज़ी से देश पर कब्ज़ा करते जा रहे थे और सेना हथियार डाल चुकी थी.
यह भी पढ़ें : इस गाइडलाइन में लिखा है कि नेल पालिश लगाई तो उंगलियां कटेंगी
यह भी पढ़ें : सांस तो तब आयी जब जहाज़ रनवे पर दौड़कर हवा में उठ गया
यह भी पढ़ें : इंजेक्शन लगते ही युवक कुर्सी से गिरा और पल भर में ही हो गई मौत, फिर…
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : हुकूमत में बदलते आतंकी
अशरफ गनी के जाने के बाद किसी को पता नहीं था कि वो कहाँ गए. अलग-अलग रिपोर्ट में अलग-अलग दावे किये जा रहे थे. कोई कह रहा था कि ओमान गए तो कोई बता रहा था कि यूएस चले गए. अफगानिस्तान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी तास ने खबर दी थी कि राष्ट्रपति अशरफ गनी नोटों से भरा हेलीकाप्टर लेकर भाग गए हैं.