जुबिली न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में सबसे पहले टिकटों का ऐलान करने वाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती इस बार टिकट बंटवारे में देरी कर रही हैं. बसपा ने अभीतक एक भी लिस्ट जारी नहीं की है . सूत्रों की माने तो बसपा का अपने टिकटों पर मंथन जारी है. कांशीराम की जयंती पर बसपा आपनी पहली सूची जारी कर सकती है. जिसमे आधी से अधिक सीटों पर एलान संभव है.
बसपा के सूत्रों की माने तो बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती प्रत्याशियों के चयन को लेकर लगातार बैठक कर रही हैं . इस दौरान मंडल और सेक्टर प्रभारियों से भी उनकी बैठकें हो रही हैं, वहीं मायावती उन दावेदारों को तवज्जो देना चाहती हैं जिन्हें बीते चुनाव में तकरीबन 2 लाख से अधिक वोट मिले हो और जिन सीटों पर ऐसे प्रत्याशी नहीं मिल रहा है,
वहां बसपा अपने जोनल कोऑर्डिनेटर को टिकट देने की रणनीति बना रहीं हैं. सूत्रों की माने तो बसपा सुप्रीमो को अब तक अधिकतर दावेदारों की सूची पार्टी पदाधिकारियों द्वारा दी जा चुकी है, जिस पर मायावती का मंथन जारी है.
मौजूदा सांसदों से नाराज है मायावती
बसपा के मुखिया मायावती अपने मौजूदा सांसदों से नाराज हैं. बहुजन समाज पार्टी के इस वक्त 10 सांसद मौजूद हैं पर उनकी गतिविधियों से मायावती ने पिछले दिनों नाराजगी के बाद इस बात के संकेत दे दिए थे कि वह इस बार इनको टिकट नहीं देने वाली है.
इस दौरान बसपा की नजर दूसरी पार्टियों के उन बागियों पर है जो जातीय समीकरणों के अनुसार फिट बैठ रहे हों और उन्हें भाजपा या इंडिया गठबंधन से टिकट न मिला हो और वह बहुजन समाज पार्टी का टिकट लेना चाहते हो ,तो बसपा उन पर भी विचार कर सकती है.
ये भी पढ़ें-BJP नेताओं के राजनीति छोड़ने के एलान पर अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया
बहुजन समाज पार्टी के इस स्थिति पर वरिष्ठ पत्रकार पंकज सिंह कहते हैं कि बसपा फिलहाल अनिर्णय की स्थिति से गुजर रही है. मायावती तय नहीं कर पा रही हैं कि उन्हें क्या करना है पंकज सिंह ने बसपा के भाजपा के बी टीम होने के सपा के आरोपों पर कहा कि हो सकता है कि बसपा भाजपा की बी टीम ना हो पर उसकी शांति और उसका जनसरोकार के मुद्दों से दूरी लोगों को ऐसा सोचने पर मजबूर करती है.