जुबिली न्यूज डेस्क
मुंबई: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था। हर तरफ खुशी की लहर थी। घर-घर दीये जले। लोगों ने रंग-बिरंगी लाइटों से घरों को सजाया। राम नाम की लहर में लोग झूम रहे थे। मुंबई में भी विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी खुशी के बीच राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा से कुछ घंटों पहले ही दो समुदाय के गुटों में हिंसक झड़प हुई। सोमवार को मीरा रोड और आसपास की स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। मंगलवार को भी भारी पुलिस फोर्स तैनात है। मीरा रोड के नया नगर में जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस की नाकेबंदी कर दी गई है।
पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त सहित सभी बड़े अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मैदान में डटे हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में 17 लोगों की गिरफ्तार की है। मुंबई पुलिस ने उस आरोपी को भी गिरफ्तार किया है जिसने अबू शेख नाम के शख्स का वीडियो शेयर किया और उसके बाद धार्मिक तनाव बढ़ा। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मौके पर स्थानीय पुलिस, मुंबई पुलिस, पालघर पुलिस, ठाणे ग्रामीण पुलिस, आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) एमएसएफ (महाराष्ट्र सुरक्षा बल) और एसआरपीएफ को तैनात किया गया है।
मीरा भायंदर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्रीकांत पाठक ने सभी से क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हम घटना की जांच कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। पुलिस ने समय पर कार्रवाई की है।
जय श्री राम के नारे लगाकर निकल रहे थे लोग
रविवार रात 10.30 बजे के आसपास एक समुदाय के लोग नया नगर से बाइक और अन्य गाड़ियों से धार्मिक नारेबाजी करते हुए गुजर रहे थे। इसी दौरान दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने उन्हें रोका और वहां से जाने को कहा। बातचीत थोड़ी देर में झड़प में तब्दील हो गई और उपद्रवियों ने नारे लगा रहे लोगों और उनकी गाड़ियों पर हमला कर दिया। इस दौरान एक महिला के सिर पर चोटें भी आईं।
वीडियो वायरल होने से बढ़ा तनाव
रात 11.30 बजे तक इस झड़प का विडियो वायरल हो गया। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी जुटने लगे। स्थिति को भांपते हुए पुलिस ने नया नगर परिसर के चारों तरफ नाकाबंदी कर दी और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस को हालात काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
शहर की तनावपूर्ण स्थिति देखते हुए रविवार देर रात उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस आयुक्त मधुकर पांडेय को तलब किया और स्थिति का जायजा लिया। सुबह-सुबह विधायक प्रताप सरनाईक ने आयुक्त पांडेय से भेंट की और जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। गौरतलब है कि आईपीसी की धारा 307 (हत्या के प्रयास), दंगा करने सहित विभिन्न संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
4 नाबालिगों सहित 17 गिरफ्तार
उप मुख्यमंत्री और विधायक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने धड़पकड़ शुरू की। पुलिस ने चार नाबालिगों सहित कुल 17 आरोपियों को हिरासत में लिया। अतिरिक्त आयुक्त श्रीकांत पाठक ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है और जल्द ही इस मामले में अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार दोपहर 2 बजे के आसपास नया नगर पुलिस स्टेशन के बाहर गिरफ्तार लोगों के परिजनों के साथ हजारों लोग जुट गए। भीड़ का कहना था कि पुलिस ने निर्दोष लोगों को हिरासत में लिया है। वे उन्हें छोड़ने की मांग कर रहे थे।
शहर के अन्य हिस्सों में भी रहा तनाव
सोमवार को वैसे तो सारा शहर जश्न मना रहा था, लेकिन नया नगर सहित शहर के कई हिस्सों में तनाव रहा। शाम 7 बजे गोल्डन नेस्ट, गीता नगर, बैक रोड पर रह-रहकर दोनों पक्षों के उपद्रवी जमा हो रहे थे। कनकिया के कुछ परिसरों में भी स्थिति के तनावपूर्ण होने की सूचना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उपद्रव में कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है। पूरे दिन भीड़ के धार्मिक नारे लगाते हुए विडियो वायरल होते रहे। जहां एक समुदाय के रविवार रात में गाड़ियों की तोड़फोड़ के विडियो वायरल हुए, वहीं सोमवार को दूसरे समुदाय के नारे लगाते हुए हाथों में पिस्टल लहराने के विडियो वायरल हुए। इससे तनाव बढ़ने की आशंका बनी रही।
मुजफ्फर हुसैन की पहल पर टला विवाद
उपद्रव के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार की दोपहर नया नगर पुलिस स्टेशन के बाहर बड़ी तादाद में लोग जमा हुए। यहां हालात बिगड़ सकते थे कि तभी पूर्व विधायक मुजफ्फर हुसैन वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों से शांति की अपील की। उन्होंने कहा कि आज एक शुभ दिन है और यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम शांति बनाए रखें। उनकी भावनात्मक अपील के बाद स्थिति नियंत्रण में आई और शाम 4 बजे पुलिस स्टेशन के बाहर भीड़ कम हो गई। उधर, विधायक प्रताप सरनाईक ने भी सभी जाति और संप्रदाय के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।