न्यूज़ डेस्क।
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने और केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा और परिचर्चा जारी है। पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में कश्मीर के लोगों को वहां विकास करने का भरोसा दिलाया है।
माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर में जल्दी ही बड़ी-बड़ी कंपनियां इन्वेस्ट करना शुरू करेंगी साथ ही कश्मीर में प्लाट खरीदने को लेकर भी जमकर मेसेज वायरल हो रहे हैं।
दरअसल इसके पीछे की वजह यह है कि मोदी सरकार द्वारा आर्टिकल 370 में संसोधन किए जाने के बाद से लगातार यह प्रचार किया जा रहा है कि अब कोई भी व्यक्ति कश्मीर में जमीन खरीद सकता है।
खुद गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में धारा 370 और धारा 35ए से जुड़े प्रस्ताव पेश करने के बाद कहा कि जम्मू-कश्मीर में अब बाहर के लोग भी ज़मीन ख़रीद सकेंगे।
उन्होंने कहा कि, ‘देश आज़ाद हुआ तो देश भर में एक एकड़ ज़मीन की औसत क़ीमत 3 हज़ार रुपए थी। वह देश के कई हिस्सों में 30 लाख हो गई। कई हिस्सों में 10 लाख हो गई और कहीं पर 3 करोड़ हो गई। शहर के आस-पास कहीं पर भी ज़मीन के दाम 10 लाख से कम नहीं हैं। आज जम्मू-कश्मीर में ज़मीन के क्या भाव हैं? ज़मीन की क़ीमत 3 हज़ार से 30 हज़ार भी नहीं हुई। जिसके पास भूमि है उसका दाम क्यों नहीं बढ़ा? क्योंकि वहां ख़रीददार ही नहीं हैं, वहां कोई ख़रीद ही नहीं सकता। जब कोई ख़रीद ही नहीं सकता तो भला दाम कहां से बढ़ेगा?’
अमित शाह ने कश्मीर में जमीन की जो कीमत बताई है, वह गलत है। इस विषय में एक वेबसाइट ने जानकारी दी है। वेबसाइट के मुताबिक,
श्रीनगर में ज़मीन की दरों की सरकारी सूची के अनुसार श्रीनगर की दक्षिणी तहसील के गुपकर सोनवार इलाक़े में एक कैनाल रिहाइशी ज़मीन की क़ीमत एक करोड़ रुपए है। एक एकड़ में आठ कैनाल होते हैं। यानी एक एकड़ ज़मीन की क़ीमत हुई 8 करोड़ रुपए।
इसी तरह श्रीनगर के ही पाटनचौक, हरीपोरा हरवन समेत अन्य इलाकों में जमीन की कीमत शाह की बताई कीमत से कई गुना ज्यादा है। बता दें कि जमीन की सबसे कम क़ीमत है मुलनार में है। यहां एक एकड़ की क़ीमत 42 लाख रुपए है यह भी अमित शाह द्वारा बताई गई कीमत से बहुत अधिक है।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि या तो देश के गृह मंत्री को कश्मीर के विषय में सही जानकारी नहीं है या फिर वह लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें : भारत के साथ व्यापार रोकने के बाद क्या है Pakistan का हाल
यह भी पढ़ें : तो बीजेपी में गिरने का कॉम्पिटिशन चल रहा है
यह भी पढ़ें : गूगल में कश्मीरी लड़कियों के विषय में ये क्या सर्च कर रहे हैं पुरुष