जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अस्पताल में रहने के दौरान कोरोना पॉजिटिव भी हो गए थे. हालात से जूझने में महारत रखने वाले प्रणब मुखर्जी ने मौत के साथ भी लम्बी जंग लड़ी. वेंटीलेटर पर रहने के दौरान ही उनकी ब्रेन सर्जरी भी हुई.
भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के लिए देश भर में दुआएं चल रही थीं. बंगाल के बीरभूम जिले के किरणाहार में उनके गाँव के लोग उनके स्वास्थ्य के लिए हवन कर रहे थे. लगातार चल रहा यज्ञ और करोड़ों लोगों की दुआएं भी उन्हें बचा नहीं सकीं.
प्रणब मुखर्जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार में पैदा हुए थे. उनके पिता सांसद रहे. शुभ्रा मुखर्जी से उनकी शादी हुई. वह अंतर्राष्ट्रीय कलाकार थीं. रवीन्द्र संगीत के लिए उन्हें दुनिया भर में जाना जाता था. शास्त्रीय संगीत के प्रति उनका जो अनुराग था वह उनकी बेटी शर्मिष्ठा को मिला है. शर्मिष्ठा कथक नृत्यांगना हैं. पंडित दुर्गालाल, राजेन्द्र गंगानी और उमा शर्मा जैसे कथक के दिग्गजों से उन्होंने इस नृत्य को सीखा है. पिछले कुछ सालों से वह राजनीति में भी सक्रिय हैं. उन्होंने दिल्ली में चुनाव भी लड़ा था. शर्मिष्ठा दिल्ली प्रदेश में महिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं.
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राष्ट्रपति बनने के बाद 2012 प्रणब मुखर्जी ने जब अपनी संसदीय सीट छोड़ दी तो उनके पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने उपचुनाव ने इस सीट को जीता. 2014 के चुनाव में भी अभिजीत ही यहाँ के सांसद रहे. अभिजीत मूल रूप से इंजीनियर हैं. मारुति कंपनी में उन्होंने लम्बे समय तक अपनी सेवायें दी हैं. अभिजीत के एक भाई इन्द्रजीत मुखर्जी भी हैं.