जुबिली न्यूज डेस्क
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। हरियाली तीज का व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस पर्व का नाग पंचमी से दो तिथि पूर्व मनाया जाता है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और माता पार्वती के साथ गणेश जी और भगवान शिव की पूजा करती हैं। आइए जानते हैं हरियाली तीज का क्या महत्व है।
कब मनाई जाएगी हरियाली तीज?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 अगस्त शुक्रवार रात 8 बजकर 1 मिनट से शुरू हो रही है और 19 अगस्त शनिवार रात 10 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी। जिससे हरियाली तीज 19 अगस्त शनिवार को मनाई जाएगी।
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हरियाली तीज के शुभ मुहूर्त क्या है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हरियाली तीज की पूजा के लिए 3 शुभ मुहूर्त के योग बन रहे हैं। इस दिन आप सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजकर 08 मिनट तक पूजा कर सकते हैं। इसके बाद आप दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से शाम 05 बजकर 19 मिनट कर शुभ मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं।
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हरियाली तीज का महत्व
हर साल सावन के महीने में हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। हरियाली तीज उत्तर भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं और कुंआरी कन्याएं हरे रंग की साड़ी और हरी चूड़ियां पहनती हैं। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए हरियाली तीज का व्रत रखती हैं। वहीं कुंवारी कन्याएं अच्छे व्रत की प्राप्ति के लिए ये व्रत रखती हैं।