जुबिली न्यूज डेस्क
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दस माह से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में महापंचायत कर रहे हैं।
इस किसान महापंचायत में किसानों का जनसैलाब उमड़ गया है। देशभर से किसान यहां पहुंचे हैं। इस महापंचायत में महिला किसान भी बढ़-चढ़कर शामिल हुई हैं।
महापंचायत के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आयोजित किसान महापंचायत में किसान कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं।
यह भी पढ़े : ओवल टेस्ट में भारत की जबरदस्त वापसी
यह भी पढ़े : वैक्सीनेशन के दौर में बूस्टर डोज़ को लेकर दुनिया में हलचल बढ़ी
ऐसा माना जा रहा है कि महापंचायत में अगले साल यूपी और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए भी रणनीति बन सकती है।
इस महापंचायत में भारत के तीन सौ से अधिक सक्रिय किसान संगठन शामिल हुए हैं। इसके अलावा बीकेयू नेता नरेश टिकैत मुजफ्फरनगर पहुंच गए हैं। महापंचायत के मंच पर राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव सहित कई अन्य किसान नेता मौजूद हैं।
बीकेयू के राकेश टिकैत ने इस मौके पर कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता चुनाव नहीं लड़ेंगे। कृषि कानून की वापसी तक घर वापसी नहीं होगी। एमएसपी पर कानून बनाया जाए।
महापंचायत के मंच से बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ये महापंचायत पूरे देश में होगी। हमें हमे देश को बिकने से बचाना है। हमारी मांग रहेगी कि देश, किसान, व्यापार और युवा बचे। जब तक सरकार तीनों कानून को वापस नहीं लेगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। मोदी-योगी की सरकार झूठी है। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई।
यह भी पढ़े : महापंचायत में किसानों का उमड़ा जनसैलाब
यह भी पढ़े : केरल में नई मुसीबत, निपाह वायरस से 12 साल के बच्चे की मौत से हड़कंप
टिकैत ने कहा कि हम शहीद हो जाएंगे लेकिन हमारा आंदोलन खत्म नहीं होगा। हमें गन्ने का भाव 450 रुपये कुंतल चाहिए। हम गाजीपुर से नहीं उठेंगे। कृषि बिलों की वापसी तक घर नहीं जाएंगे। सरकार को वोट से चोट देनी होगी।
इस दौरान टिकैत ने मोदी-शाह को बाहरी बताया। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि 9 और 10 सितंबर को लखनऊ में मोर्चे की बैठक होगी। जीआईसी मैदान में लगभग दो लाख किसान मौजूद हैं।
उनका दर्द समझें : वरुण गांधी
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने किसानों का दर्द समझने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मुजफ्फरनगर में आज प्रदर्शन के लिए लाखों किसान जुटे हैं। वो हमारा ही खून हैं। हमें उनके साथ फिर से सम्मानजनक तरीके से जुडऩे की जरूरत है। उनका दर्द समझें, उनका नजरिया देखें और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करें।’
Lakhs of farmers have gathered in protest today, in Muzaffarnagar. They are our own flesh and blood. We need to start re-engaging with them in a respectful manner: understand their pain, their point of view and work with them in reaching common ground. pic.twitter.com/ZIgg1CGZLn
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 5, 2021