केरल कोच्चि में एक निपाह वायरस का मामला सामने आया है। 23 साल के एक युवक को निपाह वायरस के लक्षण मिले है। निपाह वायरस के लक्षण वाले रोगियों की सामान्य चिकित्सा जांच की गई है।
वही WHO के मुताबिक, निपाह वायरस चमगादड़ की एक नस्ल में पाया जाता है। चमगादड़ के जरिए फलों में यह वायरस फैलता है, जिस फल को ऐसे चमगादड़ खाते हैं, उनमें वायरस मिलता है। उस फल की पूरी फसल में इस वायरस के होने का खतरा रहता है। केरल में एक बार फिर निपाह वायरस के फैलने से लोग सब्जियों और फलों से तौबा करने लगे हैं।
गर्मियों के सुप्रसिद्ध और फलों का राजा कहे जाने वाले आम को लेकर सतर्क हो गए हैं। इसलिए इन गर्मियों के सौम में आप भी निपाह वायरस से बचना चाह रहे हैं तो केरल से आने वाले सामान से थोड़ी दूर बना लीजिए।
केरल से सबसे ज्यादा खजूर और आम का एक्सपोर्ट होता है। केरल से खजूर और आम की खास बात यह है कि ये सिर्फ भारत में नहीं बल्कि पूरे देश में एक्सपोर्ट किए जाते हैं।
वायरस के फलों में फैलने से यह कहना मुश्किल होता है कि किस फल को न खाया जाए। लेकिन, खजूर में यह सबसे ज्यादा हो सकता है. दूसरा केले और आम केरल से मंगाए जाते हैं। इसलिए गर्मियों के मौसम में आप भी आम खाने का विचार कर रहे हैं तो पहले उसको अच्छी तरह से धो लीजिए और इस बात को जांच लीजिए कि आम कहीं से खाया हुआ ना हो।
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पिछले साल केरल के खजूर से निपाह वायरस पूरे भारत में फैला था, जिसकी वजह से 17 लोगों की मौत हुई थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक, खजूर की खेती करने वाले लोग इस इंफेक्शन की चपेट में जल्दी आते हैं।
लक्षण
मनुष्यों में निपाह वायरससे ब्रेन में सूजन आ जाती है। बुखार, सिरदर्द, चक्कर, मानसिक भ्रम, कोमा और आखिर में मौत, इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं। 24-28 घंटे में यदि लक्षण बढ़ जाए तो इंसान को कोमा में जाना पड़ सकता है। कुछ केस में रोगी को सांस संबंधित समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।