जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में जमीन का झांसा देने वाले बेनकाब हुए है। गोसाईंगंज पुलिस ने दुबई में जमीन खरीदने का सब्जबाग दिखा कर 59 करोड़ रुपये ठगने वाली आलस्का कंपनी के नौ निदेशकों को गिरफ्तार किया है। जालसाजों के खिलाफ 111 लोगों ने शिकायत की थी। ठग कम्पनी के मास्टरमाइंड समेत छह सदस्य फरार हैं, जिन्हें पुलिस तलाश रही है।
डीसीपी दक्षिणी रईस अख्तर के मुताबिक 2018 में दाउदपुर गांव में आलस्का रियल एस्टेट के नाम से हरिओम यादव ने दफ्तर खोला था। हरिओम का दावा था कि वह दुबई के बुर्ज खलीफा में जमीन की खरीद-फरोख्त करता है।
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उसकी कम्पनी से जुड़ने वाले निवेशकों का लगाई गई रकम पर हर महीने पांच प्रतिशत की दर से मुनाफा दिया जाता है। हरिओम ने एजेंटों के माध्यम से अपनी स्कीम का प्रचार किया था। कम वक्त में मुनाफा कमाने के लालच में रिटायर सैनिक महेश यादव समेत सैकड़ों लोग फंस गये थे।
इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुशवाहा के अनुसार दो साल के भीतर सैकड़ों लोगों ने हरिओम यादव की स्कीम में निवेश कर दिया। अभी तक करीब 59 करोड़ रुपये के बारे में जानकारी मिली है। 28 जुलाई को महेश यादव ने अलास्का कम्पनी निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कराया था।
जांच के दौरान हरिओम की कम्पनी से जुड़े सुभाष चंद्र यादव, ललित वर्मा, सुरेंद्र यादव, नंदकिशोर, गजल यादव, आशीष वर्मा, ओम सिंह यादव, अवधेश मिश्रा और कौशलेंद्र यादव के बारे में जानकारी मिली। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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