न्यूज डेस्क
पिछले एक पखवारें से दुनिया भर की मीडिया में चर्चा में रहे उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बारे उनकी सरकारी मीडिया खबर दी है कि वह 20 दिन बाद नजर आए हैं।
किम जोंग-उन के दिखाई न पडऩे से उनके स्वास्थ्य को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। ऐसा भी कहा गया कि उनका ब्रेन डेड हो गया है। दूसरे देशों की मीडिया ने तो उनके उत्तराधिकारी पर भी चर्चा शुरु कर दी थी।
केसीएनए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार किम जोंग उन ने एक खाद बनाने की एक फैक्ट्री का फीता काटकर उद्घाटन किया।
यह भी पढ़ें : कोरोना वायरस से कैसे मुकाबला कर रहा है नेपाल
सरकारी मीडिया के अनुसार जब किम जोंग उन सामने आए वहां मौजूद लोगों ने ‘तालियों की गडग़ड़ाहट’ से उनका स्वागत किया। किम जोंग-उन अपनी बहन किम यो जोंग और कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ थे।
उत्तर कोरिया शासक किम जोंग उन इससे पहले वो 12 अप्रैल को सार्वजनिक रूप से दिखे थे। उनके लंबे समय तक नजर न आने की वजह से दुनिया भर में उनकी सेहत को लेकर तरह-तरह की बातें कही जा ही थीं। उनके गंभीर रूप से बीमार होने के दावे किए जा रहे थे।
ये अटकलें 29 अप्रैल को और बढ़ गई थीं जब अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने किम जोंग-उन को ‘पिछले कई दिनों से नहीं देखा।’
यह भी पढ़ें : किम जोंग उन के बाद उत्तर कोरिया का मुखिया कौन ?
हालांकि दक्षिण कोरिया का कहना था कि किम जोंग-उन के गंभीर रूप से बीमार होने की खबरें सही नहीं हैं। वहीं जब किम जोंग उन के नजर न आने के बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो इस बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।
किम जोंग उन 15 अप्रैल को अपने दादा के जन्मदिन के समारोह में शामिल नहीं हुए। यह देश के लिए साल के सबसे बड़े आयोजनों में से एक होता है। किम जोंग उन के दादा उत्तर कोरिया के संस्थापक थे। इससे पहले उन्होंने इस कार्यक्रम को कभी भी मिस नहीं किया।
इस कार्यक्रम में किम जोंग उन का न आना असंभव सा लगता है कि वे जानबूझकर कभी भी ऐसा नहीं करेंगे। इस कार्यक्रम में किम जोंग उन की गैरमौजूदगी के बाद से अटकलों का दौर शुरु हो गया।
सरकारी मीडिया में उन्हें आखिरी बार 12 अप्रैल को दिखाया गया था, जब वे लड़ाकू विमानों का निरीक्षण कर रहे थे। हालांकि उस हैंडआउट में कोई तारीख नहीं थी। उन तस्वीरों में उन्हें हमेशा की तरह बेफिक्र और सहज देखा जा सकता था।
सरकारी मीडिया के डिस्पैच से हम ये भी जानते हैं कि एक दिन पहले उन्होंने एक अहम राजनीतिक बैठक की अध्यक्षता की थी। लेकिन इसके बाद से उन्हें नहीं देखा गया था।
यह भी पढ़ें : नौकरियां बचानी हैं तो तुरंत खोलनी चाहिए अर्थव्यवस्था
दो हफ्ते पहले जब उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने मिसाइल टेस्ट की जानकारी दी, तब भी उसनें किम जोंग उन की उपस्थिति का कोई जिक्र नहीं था। हालांकि आम तौर पर ऐसे मौके पर उनकी तस्वीर दिख जाती है।
इससे पहले भी किम जोंग उन के गायब होने की खबरें आई थीं। वर्ष 2014 में वे शुरुआती सितंबर से 40 दिनों के लिए गायब रहे, जिसके बाद कई तरह की अफवाहें उड़ीं। इनमें एक अफवाह ये भी थी कि विद्रोह के बाद उन्हें सत्ता से हटा दिया गया है।
हालांकि बाद में वे एक तस्वीर में छड़ी के साथ दिखे। सरकारी मीडिया ने उस समय ये तो माना कि वे किसी कष्टप्रद शारीरिक परेशानी में थे, लेकिन उस अफवाह पर कुछ नहीं कहा, जिसमें कहा गया था कि उन्हें गठिया हो गया है।
यह भी पढ़ें : ट्रंप का दावा-चीनी लैब से आया है कोरोना वायरस
यह भी पढ़ें : क्या भारत में खत्म होगा लॉकडाउन ?