जुबिली स्पेशल डेस्क
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खडग़े और शशि थरूर के बीच सोमवार को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मुकाबला होगा। इसके साथ ही 24 साल बाद नेहरू-गांधी परिवार के बाहर से कोई अध्यक्ष मिलेगा।
इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस समितियों (पीसीसी) के 9,000 से अधिक प्रतिनिधि गुप्त मतदान के जरिये पार्टी के नए अध्यक्ष को चुन सकेंगे। बताया जा रहा है कि इसके लिए पार्टी ने मुख्यालय में और देशभर में 65 से ज्यादा कंद्रों पर वोटिंग होगी।
इसके आलावा कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यहां एआईसीसी मुख्यालय में वोट डालेंगी जबकि राहुल गांधी इस वक्त भारत जोड़ो यात्रा में है।
इस वजह से वो कर्नाटक में बेल्लारी के संगनाकल्लू में भारत जोड़ो यात्रा के शिविर स्थल पर मतदान का हिस्सा बनेंगे। वरिष्ठ नेताओं के समर्थन की वजह से खडग़े की दावेदारी मजबूत लग रही है।कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वह हमेशा से ऐसे पदों के लिए आम-सहमति बनाने के कांग्रेस के मॉडल पर भरोसा करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू के बाद के कालखंड में इस मॉडल पर सबसे ज्यादा भरोसा के. कामराज करते थे।
बता दे कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में इस वक्त जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है। हालात तो इतने खराब हो गए है बड़े से बड़े दिग्गज अब कांग्रेस से किनारा करते नजर आ रहे हैं। राज्य में उसकी स्थिति लगातार खराब हो रही है। दूसरी ओर बगावत इस वक्त कांग्रेस में ज्यादा देखने को मिल रही है। इसका ताजा उदाहरण है राजस्थान।
राजस्थान में बीते कुछ दिनों ऐसी उठापटक देखने को मिली कि सोनिया गांधी भी अशोक गहलोत से नाराज हो गई। कल तो अशोक गहलोत पार्टी के चहेते थे लेकिन अब वो कांग्रेस के निशाने पर आ गए है।