स्पेशल डेस्क
कोरोना वायरस के चलते लोगों को अपने घरों में कैद होना पड़ रहा है। देश में इन दिनों लॉकडाउन लगा हुआ है और आगे बढ़ाने की तैयारी है। इसके साथ सरकार ने आने वाले पर्व को लेकर बड़ी बात कही है। सरकार ने कहा है कि लोगों को घर मे ही त्योहार बनाने के लिए कहा जाए।
सरकार प्रशासन व पुलिस धर्मगुरुओं व अन्य गणमान्य व्यक्तियों से इस सिलसिले में बात करेगी और सभी पर्व घर में ही मनाने अपील करायेगे। ऐसे में कोरोना के चलते ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली का बड़ बयान सामने आ रहा है।
उन्होंने रमजान को लेकर कहा है कि 25 अप्रैल से पहला रोजा होगा। इसके साथ लोगों से उन्होंने कोरोना वायरस को देखते हुए लोगों से अपील की है कि रमजान के महीने लोग मस्जिद न जाये।
उन्होंने कहा कि इफ्तारी की रकम से गरीबों को मजलूमों को भोजन कराएं। इसके साथ ही मस्जिद में इफ्तारी करने वाले इस रकम से गरीबों को राशन दें।
खालिद रशीद फरंगी महल के अनुसार 24 अप्रैल को रमजनुल मुबारक का चांद दिखने की उम्मीद है। उन्होंने सबसे अपील की है कि मस्जिद में रहने वाले लोग ही मस्जिद में नमाज अदा कर सकेंगे। मस्जिद में भी पांच से अधिक लोग न रहें।
उन्होंने कहा कि मस्जिद में रहने वाले लोग ही मस्जिद में नमाज अदा कर सकेंगे। मस्जिद में भी पांच से अधिक लोग न रहें।