Wednesday - 30 October 2024 - 4:37 PM

44 साल बाद मंदिर प्रांगण में होगा ‘खजुराहो नृत्य समारोह’

जुबिली न्यूज़ डेस्क

भोपाल। संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि विश्व-प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 20 से 26 फरवरी तक ‘खजुराहो नृत्य समारोह-2021’ का आयोजन किया जाएगा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित यह देश का शीर्षस्थ समारोह है, जो राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। समारोह लगभग 44 वर्ष बाद एक बार फिर मंदिर प्रांगण की आभा बनेगा।

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यह भगवान की भक्ति और नृत्य का बेजोड़ संगम होगा। खजुराहो के 47वें नृत्य समारोह में देश एवं विश्व के विख्यात कलाकार अपनी नृत्य प्रस्तुतियाँ देंगे।

यहाँ भारतीय नृत्य-शैलियों के सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कला-यात्रा की प्रदर्शनी, भरतनाट्यम पर एकाग्र-नेपथ्य, ललित कलाओं का मेला-आर्ट मार्ट, संस्कृति के विभिन्न आयामों पर विमर्श-कलावार्ता, देशज कला परम्परा का मेला-”हुनर” के साथ-साथ कला, कलाकार एवं कला परम्परा पर केन्द्रित फिल्मों का उपक्रम-चलचित्र और टेराकोटा एवं सिरेमिक पर केन्द्रित कार्यशाला एवं प्रदर्शनी-समष्टि जैसे प्रमुख आयोजन भी होंगे।

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शुक्ला ने बताया कि खजुराहो नृत्य समारोह की शुरुआत 1975 में मंदिर प्रांगण से ही हुई थी। आरंभ के दो-तीन वर्षों बाद ही इसे मंदिर प्रांगण में करने की अनुमति नहीं मिली। इसके परिणाम स्वरूप यह समारोह बाहर मैदान में किया जाने लगा।

समारोह के आयोजक संस्कृति विभाग ने समारोह को मंदिर प्रांगण में कराने की कोशिशें लगातार जारी रखी और अंततः इस वर्ष सफलता मिली। प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश की संस्कृति पर्यटन का प्रमुख आधार है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ कला प्रेमी, पर्यटन का लुफ्त भी उठाएंगे।

पर्यटन विभाग ने पर्यटकों के लिए क्षेत्र विशेष की संस्कृति, धरोहर, परंपराओं, रीति-रिवाजों और खान-पान से रू-ब-रू कराने के सारे आवश्यक इंतजाम किए हैं।

समारोह के दौरान हेरिटेज वॉक्स, धुबेला संग्रहालय की बस यात्रा, ई-बाइक यात्रा, कैंपिंग, गाँव की सैर और जल क्रीड़ा जैसी रोचक गतिविधियों में हिस्सा लेने के साथ स्थानीय संस्कृति, कला और स्थानीय व्यंजनों के स्वाद से पर्यटक परिचित होंगे।

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