न्यूज डेस्क
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मिलेनिया ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर 24 फरवरी को भारत आ रहे हैं। इस यात्रा के दौरान मिलेनिया ट्रंप राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूल में जायेंगी, जहां वह हैप्पीनेस क्लास देखेंगी। पहले खबर थी कि मेलानिया के इस कार्यक्रम में सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम सिसोदिया शामिल होंगे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इन दोनों लोगों का इस कार्यक्रम से नाम हटा दिया गया है।
अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का दिल्ली के सरकारी स्कूल में कार्यक्रम होना है। चूंकि यह स्कूल दिल्ली सरकार के अधीन आता है इसलिए केजरीवाल और सिसोदिया को इस कार्यक्रम में भाग लेना था। अब खबर है कि इस कार्यक्रम के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नाम को हटा दिया गया है।
इस खबर पर आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रीति शर्मा मेनन का कहना है कि भले ही पीएम नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को आमंत्रण न दें लेकिन उनका काम बोलता है।
मालूम हो कि 25 फरवरी को मेलानिया ट्रंप दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में जाएंगी। वह स्कूल में हैप्पीनेस क्लास देखेंगी और करीब 1 घंटे का समय सरकारी स्कूल में बिताएंगी। खास बात है कि जब डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात चल रही होगी, उस समय मेलानिया ट्रंप केजरीवाल सरकार के स्कूल के दौरे पर होंगी।
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पहले चर्चा थी कि मेलानिया का स्वागत मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री सिसोदिया करेंगे, लेकिन अब उनका नाम ही हटा दिया गया है।
वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मेलानिया ट्रंप के सरकारी स्कूल कार्यक्रम में केजरीवाल और सिसोदिया के न जाने को लेकर कहा, ‘फिलहाल सरकार के पास इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, न ही इसकी कोई सूचना है। ‘
वहीं इस मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘कुछ मुद्दों पर निम्न स्तर की राजनीति नहीं होनी चाहिए। यदि हम एक-दूसरे के पैर खींचना शुरू करते हैं, तो भारत विवादों में आता है। भारत सरकार अमेरिका को नहीं बोलती है कि किसे आमंत्रित करते है और किसे नहीं। ‘
सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी दूतावास ने अनुरोध किया है कि दिल्ली के सीएम और उपमुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हों।
2018 में शुरू हुई थी हैप्पीनेस क्लास
केजरीवाल सरकार ने 2018 में हैप्पीनेस क्लास की शुरुआत की थी। यह क्लास नर्सरी से 8वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए होती है। इसका मकसद बच्चों के मानसिक तनाव और अवसाद को दूर करना था। इस क्लास में कोई लिखित परीक्षा नहीं होती है, सिर्फ बच्चे के हैप्पीनेस इंडेक्स का मूल्यांकन किया जाता है।
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