न्यूज डेस्क
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर अब स्थाई तौर पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब श्रद्धालु गर्भगृह के दरवाजे से ही जलाभिषेक कर पाएंगे।
इस बात की जानकारी देते हुए विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने बताया दरअसल सावन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए अस्थाई तौर पर इस बार गर्भगृह के दरवाजे से ही जलाभिषेक की व्यवस्था की गई थी। इस निर्णय से पूरे सावन काफी अच्छे परिणाम मिले।
श्रद्धालुओं ने बिना किसी परेशानी के आसानी से जलाभिषेक किया, वहीं प्रशासन को भी भीड़ से ज्यादा परेशानी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि ऐसी ही व्यवस्था झारखंड में देवघर में बैजनाथ धाम में भी की गई है।
विशाल सिंह ने बताया कि अब मंदिर प्रशासन ने तय किया है कि इस अस्थायी व्यवस्था को स्थायी किया जाए। अब श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
उसका कारण ये है कि गर्भगृह के चार द्वार हैं, श्रद्धालुओं को प्रवेश और निकासी में दो द्वार का ही इस्तेमाल होता है। भीड़ बढ़ने पर दबाव काफी हो जाता है। वहीं चारों द्वार पर अर्घा लगाकर सीधे जलाभिषेक की व्यवस्था होने से श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिलेगी।