जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुए दिल दहला देने वाले गैंगरेप केस में बड़ा खुलासा हुआ है। इस घिनौने अपराध में शामिल आरोपियों में से एक, बीजेपी का स्थानीय नेता अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ गब्बर भी है। पुलिस ने अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उनकी तलाश तेज़ी से जारी है।
क्या है पूरा मामला?
कासगंज में अपने मंगेतर के साथ घूमने गई एक युवती को 8 से 10 आरोपियों ने घेर लिया। आरोपियों ने पीड़िता और उसके मंगेतर को पकड़कर एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां मंगेतर को बंधक बनाकर उसकी आंखों के सामने युवती के साथ हैवानियत की गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस की स्पेशल टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में बीजेपी नेता अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ गब्बर का नाम सामने आने से सियासी हलचल तेज हो गई है।
आरोपी बीजेपी नेता पर पहले से भी दर्ज हैं कई मामले
जानकारी के मुताबिक, अखिलेश प्रताप सिंह पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। अब गैंगरेप के मामले में नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस का कहना है कि फरार दो आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और सभी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
पुलिस और महिला आयोग का क्या कहना है?
कासगंज के एडिशनल एसपी राजेश भारती ने बताया,”घटना की गंभीरता को देखते हुए कासगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम गठित की गई थी। अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी दो की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं, यूपी महिला आयोग की सदस्य रेणु गौड़ ने कहा,”चाहे आरोपी कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पीड़िता की पूरी मदद की जा रही है। हमारी टीम मौके पर पहुंची थी और बच्ची से पूरी घटना की जानकारी ली गई है। बच्ची बहुत डरी हुई थी, लेकिन हम उसे न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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कासगंज का यह मामला कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। हालांकि पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ने थोड़ी राहत दी है, लेकिन अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ़्तार कर पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा।