स्पेशल डेस्क
नयी दिल्ली। कर्नाटक में 11 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-जद एस गठबंधन सरकार के गिरने के आसार बढ़ गए है। सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस ने चर्चा के लिए आपात बैठक बुलायी है। इस बैठक में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की इमरजेंसी मीटिंग में गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खडग़े, मुकुल वासनिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पी चिदंबरम, दीपेंद्र हुड्डा मौजूद है। उधर सत्ता के लिए चल रही रस्सा कशी को कम करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल बेंगलुरू पहुंच गए है और वह सिद्धारमैया के साथ बैठक करने जा रहे है।
वेणुगोपाल कांग्रेस में कर्नाटक के प्रभारी महासचिव हैं और पार्टी सूत्रों की जानकारी के मुताबिक पूरे मामले को सुलझाने के लिए उन्हें तुरंत कर्नाटक जाने को कहा गया है। बता दें कि कांग्रेस के 8 और जद एस के तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद के बाद से वहां पर राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई थी और कहा जहा रहा था कि कांग्रेस-जेडीएस की सरकार अल्प मत में आ गई है लेकिन कांग्रेस और जेडीएस मिलकर दावा कर रहे है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है। कर्नाटक विधानसभा में 225 सीट हैं जिसमें से कांग्रेस के पास 78, जद(एस) के पास 37, दो निर्दलीय और बहुजन समाज पार्टी के पास एक सीट है।
इससे पहले कांग्रेस के विजयनगर विधायक आनंद सिंह और गोकके विधायक राजेश जरकीहोली ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। इन दो इस्तीफों के बाद कर्नाटक में कांग्रेस के अब 77 विधायक बचे थे जबकि जेडीएस के पास 37 विधायक बचे हैं। इस तरह से दोनों के पास कुल 117 विधायक हैं।
बताते चले कि 224 सीटों वाले कर्नाटक विधानसभा में सत्ता हासिल करने का जादुई आंकड़ा 113 है। दूसरी ओर मुख्य विपक्षी बीजेपी के पास 105 विधायक हैं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का एक विधायक और एक स्वतंत्र विधायक है।